दुनियाभर के देश विश्व को ग्रीन हाउस गैसों के दुष्प्रभाव से मुक्त करने में लगे हैं। भारत ने भी 2020 तक देश से 25 फीसदी तक कार्बन उत्सर्जन कम करने की बात कही है। ऐसा क्या किया जाए कि हम देश व दुनिया को प्रदुषण मुक्त कर स्वच्छ वातावरण बनाने में योगदान कर सकें।
मानवता भलाई में सिरमौर सर्व धर्म संगम डेरा सच्चा सौदा ने भी इंसानी कारगुजारियों से प्रदूषित पर्यावरण को विभिन्न आधुनिक तकनीकों व तौर-तरीकों के जरिये शुद्ध करने का बीड़ा उठाया है। डेरा सच्चा सौदा पिछले कई वर्षों से वायु,जल व भूमि प्रदूषण आदि रोकने में सराहनीय योगदान कर पूरी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है। पर्यावरण के अस्तित्व को बचाने के लिए पूज्य गुरू संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन दिशा निर्देशन में डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने वो कर दिखाया है जो जमाने के लिए एक अचंभा है।
डेरा सच्चा सौदा द्वारा आज देश व समूची दुनियाभर में पौधारोपण के अलावा ‘हो पृथ्वी साफ, मिटे रोग अभिशाप’के तहत शहरों गांवों व नदियों के आंचल को गंदगी से मुक्ति के लिए महासफाई अभियान, अस्थियों से पर्यावरण सुरक्षा,किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ जल संरक्षण, फसलों के अवशेषों को न जलाकर व पॉलीथिन की जगह जूट के बने थैले का प्रयोग कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा रहा है।
आईए आपको बताते हैं डेरा सच्चा सौदा द्वारा प्रयोग में लाई जा रही कुछ ऐसी ही तकनीकें जिससे न केवल खतरे में पड़े पर्यावरण के अस्तित्व की सुरक्षा होगी अपितु हम धरती पर साफ-सुथरी आबो-हवा लाने में भी मददगार होंगे। अगर प्लानिंग से काम हो तो हम निश्चय ही धरा को हरा-भरा व प्रदुषण मुक्त बनाने में कामयाब होंगे।
दुनिया को हरा-भरा बनाने का बीड़ा
धरती सजी रहे वृक्ष से, पेड़ों की फैली छांव हो… इसी तरह के संदेश के साथ ही पर्यावरण संरक्षण में आज डेरा सच्चा सौदा ने विश्व स्तर पर पहचान बना ली है। दुनिया भलि-भांति जान चुकी है कि डेरा प्रेमी पर्यावरण के असली पहरूए हैं। पर्यावरण सुरक्षा को लेकर भले ही देशभर में अनेक संस्थाएं एवं सामाजिक संगठन कार्यरत हैं लेकिन डेरा सच्चा सौदा का कोई सानी नहीं। पूज्य गुरू जी के आह्वान पर डेरा अनुयायियों ने देश व दुनिया को हरा-भरा करने का बीड़ा उठाया है। डेरा प्रेमियों द्वारा हर साल अपने प्यारे मुर्शिद पूज्य गुरू संत गुरमीत रात रहीम सिंह जी इन्सां के पवित्र जन्मदिवस व स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के अवसर पर देश व दुनियाभर में पौधारोपण किया जाता है। केवल पौधारोपण ही नहीं, बल्कि सेवादार उनकी लगातार सार संभाल भी कर रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण मुहिम के तहत देशभर में किए गए पौधारोपण में अब तक तीन विश्व रिकॉर्ड भी डेरा सच्चा सौदा के नाम हैं। पांच करोड़ से भी ज्यादा इन पर्यावरण के सच्चे प्रहरियों में केवल पौधारोपण करने ही नहीं, अपितु उनकी सार संभाल करने का भी जज्बा है। ‘पर्यावरण से हम हैं’ इन पर्यावरण प्रहरियों के जीवन का केवल यही ध्येय बन चुका है। पर्यावरण के ऐसे कर्मठ पहरेदारों के जज्बे को सलाम।
-
पौधारोपण में चार विश्व रिकॉर्ड
15 अगस्त 2009 को मात्र एक घंटे में 9 लाख 38 हजार 7 पौधे लगाए। दूसरे रिकॉर्ड में 15 अगस्त 2009 को आठ घंटे में 68 लाख 73 हजार 451 पौधे लगाए। इसके अलावा वर्ष 15 अगस्त 2011 को केवल एक घंटे में साध-संगत ने 19,45,535 पौधे लगाए और चौथा रिकॉर्ड 15 अगस्त 2012 को केवल एक घंटे में साध-संगत ने 20 लाख 39 हजार 747 पौधे लगाकर बनाया।
-
यूं चला पौधारोपण अभियान
वर्ष पौधारोपण
- 15 अगस्त 2009 68,73451
- 15 अगस्त 2010 43,00057
- 15 अगस्त 2011 40,0000
- 15 अगस्त 2012 31,21,203
- 15 अगस्त 2013 35,36,264
- 15 अगस्त 2014 35,00000
- 15 अगस्त 2015 50,00000
- 15 अगस्त 2016 40,00000
- 15 अगस्त 2017 35,00000
- 15 अगस्त 2018 24,84,900
कुल 3,67,15,875
-
बच्चों की तरह करें पौधों की संभाल
पौधा एक दोस्त की भांति होता है, इसकी पूरी संभाल करनी चाहिए। पौधे प्रदूषण व बीमारियों से राहत प्रदान करते हैं, जिससे समूह सुष्टि का भला होता है। इसीलिए ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं और उनकी संभाल भी अपने बच्चों की तरह करें।
-पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां
Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।