नशे के आदी, एक ही सरिंज से इंजेक्शन लगाने के कारण आए इस बीमारी की चपेट में
अबोहर। (सच कहूँ/सुधीर अरोड़ा) जंगली जीव सुरक्षा विभाग की टीम द्वारा जंगली तोतों के बच्चों को पकड़ने के आरोप में पकड़े गए युवकों के मामले में नया खुलासा हुआ है। (HIV Positive) विभाग द्वारा उन तीनों का मेडिकल करवाने पर तीनों युवकों के एचआइवी पाजिटिव होने का पता चला है।
वन गार्ड खुशवंत सिंह ने बताया कि जब सरकारी अस्पताल में इन तीनों का मेडिकल करवाया गया जिसमें जांच में तीनों के एचआइवी होने का पता चला। पूछताछ में युवकों ने बताया कि वह तीनों नशे करने के आदी है व काफी समय से नशा कर रहे है। नशे की पूर्ति के लिए वह इंजेक्शन लगाते थे व कई बार एक ही सरिंज से तीनों इंजेक्शन लगाया करते थे जिसकी वजह से वह इस बीमारी की चपेट में आ गए है।
वीडियो के आधार पर इन युवकों की गिरफ्तारी
उन्होंंने कहा कि उन्हें अब इस बीमारी का पता चला है व जेल से बाहर आने के बाद वह अपना इलाज करवाएंगे। सुखद बात यह है कि यह तीनों युवक अभी अविवाहित है। (HIV Positive) ज्ञात हो कि गांव दलमीरखेड़ा निवासी राजिंद्र सिंह ने 24 अप्रैल को अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो वायरल करते हुए दिखाया था कि गांव दलमीरखेड़ा में मलूका नहर के किनारे तीन युवक पेड़ों के खोल से जंगली तोतों के छोटे-छोटे बच्चों का निकालकर लिफाफों में डाल रहे थे। राजिंद्र सिंह ने उक्त वीडियो के माध्यम से इन युवकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
मंगत राम ने बताय कि इसी वीडियो के आधार पर इन युवकों की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें बनाई गई जिन्होंंने अपनी जांच पड़ताल में पाया कि यह तीनों युवक सीडफार्म पक्का के रहने वाले है। विभाग ने तीनों को काबू कर अदालत में पेश किया गया जहां से तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
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