Yes Bank Share | येस बैंक पर अस्थायी रोक, सीमित राशि निकाल सकेंगे खाताधारक
मुंबई (एजेंसी)। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से शेयर बाजारों (Yes Bank Share) में शुक्रवार को शुरूआती कारोबार में बड़ी गिरावट देखी गयी। सेंसेक्स 1000 अंक और निफ्टी 300 अंक से अधिक टूट गये। कारोबार की शुरूआत में सेंसेक्स गुरुवार के बंद 38470.61 की तुलना में 863 अंक नीचे 37613.96 पर खुला और बिकवाली के दबाव में टूटता हुआ 35011.09 अंक तक गिरा।
- फिलहाल 1054 अंक नीचे 37416.91 अंक पर कारोबार कर रहा है।
- निफ्टी 11000 अंक से नीचे उतर गया।
- निफ्टी फिलहाल 10954.80 पर 315 अंक नीचे है।
वहीं सरकार ने निजी क्षेत्र के(Yes Bank Share) येस बैंक पर 30 दिन की अस्थायी रोक लगाते हुये इस दौरान खाताधारकों के लिए निकासी की सीमा 50 हजार रुपये तय कर दी है। वित्त मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया है कि आज शाम छह बजे से यह रोक शुरू हो गयी है और 03 अप्रैल तक जारी रहेगी। इस पूरी अवधि में खाताधारक 50 हजार रुपये से अधिक नहीं निकाल सकेंगे। यदि किसी खाताधारक के इस बैंक में एक से अधिक खाते हैं तब भी वह कुल मिलाकर 50 हजार रुपये ही निकाल सकेगा। रिजर्व बैंक के आवेदन पर वित्त मंत्रालय ने यह अधिसूचना जारी की है। बैंक के शेयर लगातार लुढ़कते जा रहे हैं, आज के सेशन में भई यह 50 पर्सेंट नीचे ट्रेड कर रहा है।
- यस बैंक के शेयर स्टॉक मार्केट में आसमान छू रहे थे।
- बैंक के लोनबुक, जमा, लाभ और बैलेंसशीट देखकर शेयर लगातार बढ़ रहे थे।
- एक समय में तो शेयर 1400 रुपये तक पहुंच गया था।
- एनपीए बढ़ना शुरू हुआ तो इसके शेयर गिरने लगे।
- आरबीआई ने स्थिति को समझते हुए दखल दी और आज यस बैंक का शेयर 36 रुपये तक लुढ़क गया।
2018 में राणा कपूर को आरबीआई ने हटाया
जब से यस बैंक के चेयरमैन राणा कपूर को हटाया गया तब से बैंक की हालत लगातार खराब होने लगी। आरबीआई को शक था कि यस बैंक एनपीए और बैलेंसशीट में गड़बड़ी कर रहा है। इसके बाद ये कार्रवाई की गई। अगर यस बैंक के इतिहास पर गौर करें तो समझ में आएगा कि आरबीआई को ये शक क्यों हुआ। छोटे से बैंक से शुरू होने वाला यस बैंक पिछले एक दशक में 3 लाख करोड़ का एसेट वाली कंपनी बन गई।
भारत में इसके कितने ब्रांच?
देश के चौथे सबसे बड़े निजी बैंक यानी यस बैंक की मौजूदगी पूरे देश में है। इसका हेडक्वॉर्टर मुंबई में है। बैंक का नेटवर्क काफी बड़ा है। देशभर में इसके 1000 से ज्यादा ब्रांच हैं और 1800 अळट२ हैं। यस बैंक के महिला स्पेशल ब्रांच भी हैं, जो ‘यस ग्रेस ब्रांच’ के नाम से चलाए जाते हैं। इनमें महिलाओं के लिए खास प्रॉडक्ट आॅफर होते हैं। इनकी खास बात यह है कि इनमें पूरी तरह से महिलाओं का स्टाफ है। इसके अलावा, देश में 30 से ज्यादा ‘यस एसएमई ब्रांच’ भी हैं, जो रटए२ को स्पेशलाइज्ड सर्विसेज मुहैया करते हैं।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।