नगर परिषद् ने अवैध कब्जाधारियों पर एक बार फिर से शिकंजा कसने की मुहिम की शुरू (Illegal possession)
हनुमानगढ़, सच कहूँ/हरदीप। भटनेर नगरी में नगर परिषद् ने अवैध कब्जाधारियों पर एक बार फिर से शिकंजा कसने की मुहिम शुरू कर दी है। इसके तहत लॉकडाउन के कारण शांत रहा नगर परिषद की जेसीबी का पंजा सोमवार को एक बार फिर अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त करता नजर आया। नगर परिषद की ओर से सोमवार को टाउन धानमंडी के पीछे चिह्नित किए गए अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई की गई। अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान कोई अप्रिय स्थिति नहीं बने इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई थी। इसके लिए भारी संख्या में पुलिस व आरएसी के जवान वज्र वाहन के साथ मौके पर तैनात किए गए।
कड़ी सुरक्षा के बीच यह कार्रवाई की गई। अतिक्रमण हटाने के लिए जिला कलक्टर की ओर से मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए तहसीलदार सत्यनारायण सुथार, पुलिस उप अधीक्षक अन्तरसिंह श्योराण, टाउन थाना प्रभारी रमेशचन्द्र माचरा, नगर परिषद आयुक्त शैलेन्द्र गोदारा व अधिशाषी अभियंता सुभाष बंसल की मौजूदगी में अतिक्रमणों पर पीला पंजा चला।
अधिकारियों की मौजूदगी में नप ने हटवाए टाउन धानमंडी के पीछे हुए कब्जे
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से जारी रही। इस दौरान नगर परिषद का दस्ता भी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ मौके पर मुस्तैद रहा। सुबह करीब 9.30 बजे नगर परिषद् कर्मचारियों ने तीन जेसीबी की मदद से अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की जो दोपहर तक जारी रही। नगर परिषद आयुक्त शैलेन्द्र गोदारा ने बताया कि धानमंडी की दुकान नंबर 62 और 70 के पीछे परिषद की भूमि पर परिषद में राशि जमा कराए बगैर ही अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर लिया गया था। इस पर परिषद की ओर से अवैध निर्माण को चिह्नित कर लाल निशान लगा दिए गए।
इस पर संबंधित दुकान मालिकों जगपाल सिंह और मोतीलाल वगैरहा की ओर से महज दो दुकानों के ही अतिक्रमण चिह्नित किए जाने पर जिला कलक्टर के समक्ष विरोध दर्ज कराया गया था। साथ ही परिषद की कार्रवाई को चुनौती देते हुए सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट ने सुनवाई के बाद याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद कब्जाधारियों ने डीजे कोर्ट में रिविजन याचिका लगाई थी वह भी खारिज हो गई।
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