कैराना में शांत नही हो रही यमुना की उफनती लहरें, दहशत बरकरार

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Kairana News कैराना में शांत नही हो रही यमुना की उफनती लहरें, दहशत बरकरार

सहपत में टूटे तटबंध को प्रशासन ने कराया दुरुस्त

  • क्षेत्र में खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही कालिंदी
  • हथिनीकुंड बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा है पानी

कैराना (संदीप इन्सां)। प्रशासन ने गांव सहपत में यमुना के पानी के दबाव से टूटे तटबंध को कड़ी मशक्कत के बाद दुरुस्त करा दिया है। वही, हथिनीकुंड बैराज से यमुना में पानी छोड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है, जिसके चलते कैराना में यमुना की उफनती लहरें शांत होने का नाम नही ले रही है। यमुना के रौद्र रूप को देखकर तटवर्ती इलाकों के बाशिंदे सहमे हुए है। फिलहाल कैराना में यमुना खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यमुना के जलस्तर में अभी और वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है।

पहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। बारिश से हरियाणा के यमुनानगर जिले में बने हथिनीकुंड बैराज पर पानी का दबाव बढ़ रहा है, जिसके चलते यमुना में पानी छोड़े जाने का सिलसिला निरन्तर जारी है। सोमवार प्रातः छह बजे हथिनीकुंड बैराज से यमुना में छोड़े गए 2,94,587 क्यूसेक पानी ने कैराना पहुंचते ही अपना असर दिखाया। मंगलवार प्रातः करीब सात बजे यमुना में एकाएक आए पानी के दबाव से गांव सहपत में तटबंध टूट गया। तटबंध के टूटने की खबर से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। डीएम रवींद्र सिंह, एडीएम संतोष कुमार तथा एसडीएम निकिता शर्मा समेत तमाम अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। मौके पर पॉकलेन मशीन बुलवाकर टूटे तटबंध की मरम्मत शुरू कराई गई। कड़ी मशक्कत के बाद रात्रि करीब बारह बजे तक टूटे तटबंध को दुरुस्त कराया जा सका।

हालांकि तब तक सैंकडों बीघा फसलों में यमुना का पानी घुस चुका था। इसके अलावा गांव इस्सापुर खुरगान, मोहम्मपुर राई, नंगलाराई, मामौर व हैदरपुर में भी कई जगहों पर तटबंध में पानी का रिसाव हुआ, जिसे प्रशासन ने ग्रामीणों की सहायता से रोक दिया। वही, यमुना में उफनती लहरें शांत होने का नाम नही ले रही है। मंगलवार प्रातः नौ बजे बैराज से छोड़ा गया 3,20,893 क्यूसेक पानी बुधवार को कैराना पहुंच गया, जिसके चलते पहले से ही हिलोरे मार रही यमुना अपने रौद्र रूप में आ गई। यमुना के पानी के बढ़ते आकार ने कई गांवों के निचले इलाकों में बोई गई हजारों बीघा फसल को अपने आगोश में ले लिया है। बुधवार को यमुना का बहाव बीस सेंटीमीटर की वृद्धि के साथ 232.20 मीटर पर पहुंच गया। यहां पर डेंजर लेवल 231.50 मीटर पर निर्धारित किया गया है। यानि फिलहाल कैराना में यमुना खतरे के निशान से 70 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। वही, तहसीलदार गौरव सांगवान का कहना है कि सहपत में टूटे तटबंध की मरम्मत करा दी गई है। टीमें बनाकर पूरे तटबंध की निगरानी की जा रही है। तटबंध में कही पर भी हुए कटाव में मिट्टी डालकर भरा जा रहा है। यमुना की स्थिति का निरन्तर जायजा लिया जा रहा है।

यमुना में छोड़ा गया 1.90 लाख क्यूसेक पानी

हथिनीकुंड बैराज से यमुना में छोड़े जाने वाले पानी में आंशिक कमी दर्ज की गई है, जिससे तटवर्ती इलाकों के लोगो को राहत मिलने की उम्मीद है। ड्रेनेज विभाग के सहायक अभियंता राजेन्द्र सिंह ने बताया कि बैराज से बुधवार सुबह सात बजे 1,90,837 क्यूसेक, नौ बजे 1,53,768 क्यूसेक, दस बजे 1,42,025 क्यूसेक, 11 बजे 1,36,274 क्यूसेक तथा दोपहर दो बजे 1,30,604 क्यूसेक पानी यमुना में डिस्चार्ज किया गया। यमुना में छोड़े गए पानी से किसी प्रकार के खतरे की संभावना नही है। इससे यमुना का जलस्तर भी नीचे आयेगा।

तटवर्ती इलाकों के बाशिंदों की बढ़ी हुई है धड़कने

यमुना में आए उफान से तटवर्ती इलाकों के बाशिंदों की धड़कने बढ़ी हुई है। नदी के रौद्र रूप ने प्रशासन के साथ-साथ निचले इलाकों में रहने वाले लोगो की भी नींद उड़ा दी है। मंगलवार को रात्रि के दौरान खादर क्षेत्र के गांवों में धार्मिक स्थलों से अनाउंसमेंट करके लोगो को तटबंध पर पहुंचने की अपील की गई। हालांकि रात्रि के समय कही पर भी कोई अनहोनी घटित नही हुई, लेकिन यमुना का बढ़ा हुआ जलस्तर तटवर्ती इलाकों के लोगो के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।

किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग

बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष कालेन्द्र मलिक के नेतृत्व में तहसील मुख्यालय पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक ज्ञापन-पत्र एसडीएम निकिता शर्मा को सौंपा। ज्ञापन-पत्र में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण सहपत, मामौर, रामड़ा, मंडावर, अकबरपुर सुनहेटी, मवी, हैदरपुर, दभेड़ी, इस्सापुर खुरगान, पंजीठ, मोहम्मदपुर राई, नंगलाराई, बसेड़ा व पठेड़ आदि गांवों के किसानों की फसल के हुए नुकसान का मुआवजा दिए जाने की मांग की गई। वही, संगठन की महिला विंग की जिलाध्यक्ष कविता चौधरी ने भी एसडीएम को ज्ञापन-पत्र सौंपकर पीड़ित किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।

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