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यमुना में संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासन सतक
वायु सेना का हेलिकॉप्टर राहत सामग्री लेकर आराकोट पहुंचा
चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 40 साल बाद यमुना नदी में सबसे अधिक पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है और जल स्तर 207 मीटर तक जाने का अनुमान है जिससे निचले इलाकों में स्थिति भयावह हो सकती है। पहाड़ी क्षेत्रों और यमुना नदी के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश से हथिनीकुंड बैराज से रविवार को 8.72 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी पर बने लोहे वाले पुल पर सोमवार सुबह जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
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इसे देखते हुए लोहे वाले पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है
केंद्रीय गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा है कि यमुना के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में भारी वर्षा से यमुना नदी में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सभी संबंधित विभागों की आपात बैठक बुलाई है, जिसमें खतरे से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विचार किया जाएगा। यमुना में संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है।