युवा पीढ़ी को अनुकरणीय संदेश दे रहा ‘याद-ए-मुर्शिद’ परम पिता शाह सतनाम जी महाराज फ्री नेत्र जांच शिविर
सरसा(सच कहूँ, देवीलाल बारना)। डेरा सच्चा सौदा की दूसरी पातशाही पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज की पावन स्मृति में ‘याद-ए-मुर्शिद’ फ्री नेत्र जांच शिविर में जहां नेत्र रोगियों को उजियारा मिल रहा है, वहीं समाज को बुजुर्गों की सेवा-शुश्रुषा की प्रेरणा मिल रही है। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का साध-संगत को संदेश है कि बुजुर्गों की सेवा करनी है। इसी के तहत सेवादार लगातार बुजुर्गों की सेवा कर रहे हैं।
ऐसा ही एक संदेश ‘याद-ए-मुर्शिद’ फ्री नेत्र जांच शिविर के दौरान भी समाज में जा रहा है कि बुजुर्गों की सेवा महान सेवा है और हम सभी को बुजुर्गों की सेवा करनी चाहिए। वहीं नेत्र जांच शिविर में अपने इलाज के लिए पहुंचे बुजुर्ग व अन्य मरीज भी सेवादारों के सेवाभाव के कायल नजर आ रहे हैं। इस बारे में जब शिविर में पहुंचे बुजुर्गों से बातचीत की गई तो उन्होंने एक स्वर में कहा कि वह डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों को सैल्यूट करते हैं।
शिविर में व्यवस्था सराहनीय : पवन
भिवानी से अपने पिता की आँखों का चैकअप करवाने के लिए पहुंचे पवन ने बताया कि याद-ए-मुर्शिद फ्री नेत्र जांच शिविर में मरीजों की सुविधा के लिए हर प्रकार की व्यवस्था काबिले तारीफ है। कहीं और ऐसी व्यवस्था कभी नहीं देखी। उन्होंने कहा कि सेवादार व डॉक्टर साहिबान मरीजों के साथ बहुत ही प्रेमभाव और सम्मान के साथ बात करते हैं और मरीजों का बहुत ही अच्छा उपचार कर रहे हैं। तलवंडी साबो से पहुंचे पूर्ण सिंह का कहना है कि इस नेत्र जांच शिविर में वे अपनी आँखों की जांच के लिए पहुंचे हैं। यहां जो सार-संभाल मरीजों की हो रही है, बहुत ही सराहनीय है।
यहां आकर पता चला कि प्रेम क्या होता है : सलिंद्र सैनी
रानियां से अपने पिता को लेकर पहुंचे सलिंदर सैनी ने कहा कि गाँव के भंगीदास ने उन्हें बताया था कि डेरा सच्चा सौदा में फ्री नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसी के चलते वे यहां पहुंचे हैं और यहां आकर मुझे मालूम पड़ा है कि प्रेम आखिर होता क्या है। जिस प्रकार से बुजुर्गों का सम्मान और संभाल की जा रही है, यह समाज को एक नई दिशा देने वाला विचार है।
इलाज के साथ-साथ अन्य व्यवस्थाएं भी सराहनीय
पानीपत जिला के समालखा से आँखों का चेकअप कराने पहुंचे राकेश बजाज ने कहा कि सेवादारों द्वारा जी-जान लगाकर बुजुर्गों की सेवा की जा रही है। ऐसी सेवा कहीं और देखने को नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि नेत्र जांच शिविर में इलाज के अलावा खाने-पीने व रहने की पूरी व्यवस्था की गई है। यहां तक कि मरीजों के साथ आए उनके वारिसों के लिए भी अलग से केबिन बनाया गया है। वहीं पंजाब से पहुंचे धर्म सिंह, उत्तर प्रदेश से पहुंचे राम सिंह ने भी पूरी व्यवस्था की खूब जमकर प्रशंसा की और कहा कि बुजुर्गों का जो सम्मान डेरा सच्चा सौदा में देखने को मिल रहा है, ऐसा सभी को करना चाहिए।
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