Uklana सच कहूँ , कुलदीप स्वतंत्र
उकलाना के जन संगठनों ने महिला पहलवानों और जूनियर (Wrestlers Protest) कोच को इंसाफ दिलाने हेतु माननीय राष्ट्रपति महोदया के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवानों के धरने को 26 दिन हो गए हैं लेकिन उनकी आवाज भाजपा सरकार सुन नहीं रही है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर महिला पहलवानों ने देश का नाम रोशन किया है लेकिन वे आज अपने साथ हुए उत्पीड़न के खिलाफ न्याय के लिए सड़कों पर हैं। उनको उत्पीड़क बृजभूषण शरण के खिलाफ एफआईआर तक करवाने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा है।
हमारी इन बेटियों के साथ भी इंसाफ होना चाहिए | Wrestlers Protest
उनके प्रति पुलिस और प्रशासन का रवैया उदासीन दिखता है क्योंकि उत्पीड़क अभी भी खुलेआम घूम रहा है और अभी भी मीडिया में पीड़ित महिला पहलवानों के खिलाफ अपमानजनक बयान दे रहा है।हरियाणा में जूनियर कोच यौन उत्पीड़न मामले में भी आरोपी मंत्री संदीप सिंह पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए यह सही नहीं है। हमारे लोकतंत्र की नींव न्यायपूर्ण व्यवस्था पर टिकी हुई है जिसमें हर इंसान के लिए इंसाफ का वादा निहित है। हमारी इन बेटियों के साथ भी इंसाफ होना चाहिए। निवेदन है कि आप इस मामले में दखल दें और देश की बेटियों के इंसाफ के लिए जल्द से जल्द जरूरी कदम जरूर उठाएं।
इस प्रदर्शन में उकलाना के प्रगतिशील संगठनसीटू, इंटक खेत मजदूर यूनियन किसान सभा, हरियाणा खेत मजदूर यूनियन ने सामूहिक तौर पर शामिल रहे। इस प्रदर्शन में कॉमरेड मिया सिंह इंटक प्रदेश महासचिव कृष्ण नैन , इंटक जिला प्रधान जोरा सिंह सीटू से रामकुमार जांगड़ा , ब्लॉक सचिव राजबीर पाबड़ा , बलबीर नंबरदार , ओमड़ पाबड़ा , किसान सभा सचिव दयानंद ढुकिया कुलदीप प्रभुवाला , रामफल सेलवाल , जगजीत सिंह , रामफल बिठमड़ा , हरिसिंह , ईश्वर पाबड़ा , नन्ही देवी , महावीर सिंह कंडूल , जगमाल चमार खेड़ा आदि शामिल रहे।
मुख्य मांगे -Wrestlers Protest
1. आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
2. हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष मंत्री संदीप सिंह को तुरंत मंत्रिमंडल व हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से हटाते हुए गिरफ्तार किया जाए।
3.खेलों से संबंधित संस्थाओं की लोकतांत्रिक एवं जवाबदेह कार्य प्रणाली सुनिश्चित की जाए।
4. खिलाड़ी लड़कियों के लिए खेल का स्वस्थ, सुरक्षित और प्रोत्साहन का वातावरण निर्मित हो।
5. खेल संघों व सभी कार्यस्थलों पर कानून अनुसार यौन हिंसा विरोधी कमेटियां गठित की जाएं ।
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