हरियाणा : शुरूआती 49 दिनों जितने कोरोना संक्रमित अब हर छठे दिन
( Corona infected )
- 17 मार्च से लेकर 5 मई तक प्रदेश में थे 548 मामले, 31 मई तक पहुंचे 2041
सच कहूँ/अश्वनी चावला चंडीगढ़। हरियाणा में आमजन की बढ़ती परेशानियों को देखते हुए लॉकडाउन में ढील देनी क्या शुरू की, प्रदेश में कोरोना के मामले सरपट दौड़ के साथ आगे बढ़ गए। हालात इस कदर गंभीर हो गए हैं कि शुरूआती 49 दिन में जितने मामले प्रदेशभर में आए थे, उतने ही मामले अब हर छह दिन बाद प्रदेश में सामने आ रहे हैं। राज्य में 26 दिन के दौरान कोरोना के मरीजों की संख्या में 4 गुना इजाफा हो चुका है और यह आंकड़ा यहीं पर नहीं रुक रही है बल्कि रोजाना नए रिकॉर्ड तोड़ रहा है। जिसे देखकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज सहित पूरी सरकार अत्याधिक चिंतित नजर आ रही है। हालांकि प्रदेश सरकार ने शुरूआत के दिनों में सख्ती बरतते हुए कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया था, लेकिन ढील पूरा मामला बिगाड़ती हुई नजर आ रही है।
हरियाणा को सबसे ज्यादा दर्द गुरुग्राम दे रहा है, क्योंकि यही वह जिला है, जहां पर 17 मार्च को प्रदेश का पहला कोरोना केस मिला था। अब यहां सभी जिलों से ज्यादा 759 केस आ चुके हैं, जोकि प्रदेशभर में मिले मरीजों के आंकड़े का तीसरा हिस्सा है।
हरियाणा में शुरूआती 49 दिनों में 4 मई तक कोरोना संक्रमण के कुल 548 केस दर्ज हुए थे, जबकि अगले 26 दिनों में यह संख्या बढ़कर 2041 पर पहुंच चुकी है। ढील बढ़ने से प्रदेश में कोरोना की रफ्तार ने 4 गुना तेजी पकड़ ली है, जिस कारण मरीजों में बहुत तेजी से इजाफा हो रहा है। गुरुग्राम में हर दूसरे दिन उतने सामने आ रहे हैं, जितने शुरूआती 49 दिन में सामने आए थे। वहीं सोनीपत और फरीदाबाद भी इस मामले में चिंताएं बढ़ा रहे हैं। प्रदेशभर के कुल 2041 केसों में से 1303 इन तीनों जिलों में ही दर्ज किए गए हैं, जो कि प्रदेशभर की कुल संख्या का 64% बनता है। इसके साथ ही मौत के मामलों में भी ये तीन जिले आगे हैं, जहां 12 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि प्रदेशभर में यह संख्या कुल 20 है।
तीन जिलों में कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर भले ही प्रदेश सरकार चुप बैठी हो, लेकिन सरकारी आंकड़ों में यह साफ नजर आ रहा है कि गुरुग्राम, फरीदाबाद सहित सोनीपत में कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो चुका है। जोकि इन तीनों जिलों के लिए ही नहीं, बल्कि प्रदेशभर के लिए बड़ी चिंता का विषय है।
क्या है कम्युनिटी स्प्रेड
ये वो स्थिति है जब कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज तो मिल रहा होता है, लेकिन उस मरीज के अंदर वायरस कैसे और कहां से पहुंचा, उसकी जानकारी न मिल रही हो। इन तीनों जिलों में ऐसे कई मामले दर्ज किए गए हैं, जहां पर कोरोना वायरस की चपेट में आने वाला मरीज यह बताने में असमर्थ हैं कि वे वायरस की चपेट में कहां और कैसे आए।
दिल्ली-हरियाणा का बॉर्डर पर सख्ती की दरकार
हरियाणा में बढ़ रहे मामलों को लेकर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज सीधे-सीधे दिल्ली को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं और यह काफी हद तक सच्चाई भी है। क्योंकि जो नए मामले मिल रहे हैं, उनका कनेक्शन दिल्ली के साथ जुड़ रहा है। परंतु इसके बावजूद दिल्ली हरियाणा का बॉर्डर कागजों में ही सील होता नजर आ रहा है। जबकि मौके पर स्थिति कुछ अलग ही नजर आ रही है। ज्यादा सख्ती नहीं होने के चलते दिल्ली से रोजाना गुरुग्राम, सोनीपत और फरीदाबाद में लोग आ रहे हैं और रोजाना ही हरियाणा से दिल्ली की तरफ लोग जा रहे हैं, जोकि आने वाले समय में और ज्यादा खतरा पैदा कर सकते हैं।
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