बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। 20 फरवरी को हर वर्ष ‘विश्व सामाजिक न्याय दिवस’ मनाया जाता है। ये दिवस मुख्य तौर से नस्ल, वर्ग, लिंग, धर्म, संस्कृति, भेदभाव, बेरोजगारी से जुड़ी हुई कई समस्याओं को हल करने के उद्द्श्ये से हर साल मनाया जाता है। लोगों के बीच कई तरह के भेदभाव पैदा हो रहे हैं, जो कि लोगों के बीच एक दूरी का कारण बन गया हैं। इन भेदभाव के कारण कई लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं दुनिया में इस तरह की बुराइयों को खत्म करने के लिए हर साल ‘विश्व सामाजिक न्याय दिवस’ मनाया जाता है। वहीं पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की बेटी ‘रूह दी’ हनीप्रीत इन्सां ने ‘विश्व सामाजिक न्याय दिवस’ पर ट्वीट किया है।
Equality, Diversity, Participation & Human Rights- On these 4 pillars stands the entity of 'Social Justice'.
Let's stand in solidarity and build a society where fair & equal access to opportunities is available by overcoming the pic.twitter.com/Ci7MDdLjC8— Honeypreet Insan (@insan_honey) February 20, 2023
world social justice day
नाम | विश्व समाजिक न्याय दिवस |
कब मनाया जाता है | 20 फरवरी |
शुरुआत कब हुई | 2009 |
घोषणा की गई | 2007 में |
विषय 2022 | अचीविंग सोशल जस्टिस थ्रू फॉर्मल एम्प्लॉयमेंट |
विश्व सामाजिक न्याय दिवस का इतिहास
वर्ष 2007 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा एक प्रस्ताव पारित कर हर साल 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाने की घोषणा की गई थी। इसके दो साल बाद पहली बार साल 2009 में विश्व सामाजिक न्याय दिवस मनाया गया। विश्व सामाजिक न्याय दिवस को सफल बनाने के लिए कई देश एक साथ मिलकर बेरोजगारी, गरीबी, जाति भेदभाव, लिंग और धर्म के नाम पर बंटे लोगों को एकजुट करने की कोशिश करते हैं। भारत में भी सदियों से लोगों को समान अधिकार देने का विधान रहा है। इसके लिए भारतीय संविधान में सामाजिक असमानता को खत्म करने के लिए कई प्रावधान हैं।
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