जोश, जज्बा और जुनूनसादे कागज व कैंची की सहायता से उकेरी प्रतिभा तो बना दिया विश्व रिकार्ड
- सुखवेन्द्र सांगवान को रियलस्टिक पोट्रेट बाई पेपर कटिंग की प्रतिभा विश्व रिकार्ड में दर्ज हुई
- पेंटिंग के शोक से पेपर कटिंग करके कुछ करने का था जज्बा, जज्बे को मिली हौंसलों की उड़ान
भिवानी/चरखी दादरी। कहते हैं मन में कुछ करने का जोश, जज्बा व जुनून हो तो प्रतिभा कभी पीछे मुढकर नहीं देखती। स्कूली टाइम से पेंटिंग का शोक था, कभी मजाक में कोई तस्वीर देखकर पेपर कटिंग करना शुरू किया तो यह जज्बा इस कदर हुआ कि उसके हौंसलों की उड़ान ने उसे विश्व रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया। चरखी दादरी के सुखविंद्र सांगवान का नाम रियलस्टिक पोट्रेट बाई पेपर कटिंग में वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ है।
जज्बे को मिली हौंसलों की उड़ान
बता दें कि चरखी दादरी के पिचौपा कलां निवासी सुखवेन्द्र सांगवान एक साधारण किसान परिवार में जन्मे हैं। स्कूल समय से ही पेंटिंग का शोक चढ़ा तो लगातार कई प्रतियोगिताओं ने अपनी प्रतिभा उकेरते हुए क्षेत्र का नाम रोशन किया। गुरूग्राम में पेंटिंग करते हुए सुखवेंद्र के मन में कुछ नया करने की जज्बा पैदा हुआ। इसी दौरान सुखवेंद्र ने पेंटिंग के साथ-साथ सादे कागज पर कैंची की सहायता से कटिंग करते हुए चित्र बनाए तो सोशल मीडिया पर उसकी प्रतिभा की सराहना होने लगी। मजाक में पत्नी व बेटा को देखकर पेपर पर कटिंग करनी शुरू की थी जो आज सुखवेंद्र के हौंसलों ने उड़ान भरते हुए अपनी प्रतिभा के बल पर रियलस्टिक पोट्रेट बाई पेपर कटिंग के लिए वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवा लिया।
जोश, जज्बा और जुनूनसादे कागज व कैंची की सहायता से उकेरी प्रतिभा तो बना दिया विश्व रिकार्ड
सुखविंद्र सांगवान के अनुसार वो किसी भी चेहरे को जिस पेपर पर उकेरते है उसे कई जगहों से कई बार फोल्ड किया गया होता है। जिसमें वो कैंची की सहायता से अपने अनुभव के आधार पर कट लगाते जाते है, जब कागज को पूरा खोला जाता है वही चेहरा जिसे वो बनाना चाहते है कटिंग के जरिए दिखाई देता है। सुखविंद्र सांगवान ने पेपर कटिंग के दौरान फिल्मी स्टार्स की पेपर कटिंग कर सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिभा डाली तो उसके फैंस ने उसका हौंसला बढ़ाते हुए वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने के लिए प्रेरित किया। यहीं से मन में ठान लिया था और आज उसका नाम दर्ज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गया।
पेपर कटिंग की प्रतिभा विश्व रिकार्ड में दर्ज हुई
सुखविंद्र सांगवान ने बताया कि वह पहले गुरुग्राम में पेंटिंग को ही अपने बिजनेस के रूप में देखता रहा है। अब वह अपने शहर चरखी दादरी में टैटू का बिजनेस कर रहा है। पेंटिंग के चलते ही टैटू बनाने का बिजनेस शुरू किया है। बावजूद इसके पेपर कटिंग कर चित्र बनाने का जज्बा जारी रहा। इसी का परिणाम है कि उसे उसकी मेहनत का फल मिल गया है।
पेपर कटिंग कर किसी का भी चित्र बनने की कला को सुखवेंद्र ने विश्व की प्रसिद्ध व्यक्तियों के चेहरे अपनी कला के जरिए उकेरते हुए वीडियो इंस्टाग्राम पर डाला था, जिसे कि बुक आॅफ वर्ल्ड रिकार्ड के भारतीय कार्यालय जयपुर के अधिकारियों द्वारा उन्हे देखा और सराहा। बाद में टीम ने सुखवेन्द्र से संपर्क किया अधिक वीडियो बनाकर व्यक्तिगत रूप से भेजने के लिए कहा गया। सुखवेन्द्र ने अपनी प्रतिभा टीम को भेजी तो विश्व रिकार्ड समिति की कला को बेहतर मानते हुए वर्ल्ड रिकार्ड बुक में दर्ज किया है। साथ ही टीम द्वारा उनको प्रमाण पत्र, मेडल, ट्रॉफी, आई कार्ड व अन्य वस्तुएं शुभकामनाओं सहित इंग्लैंड के संस्था मुख्यालय द्वारा भिजवाई गई हैं।
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