भोपा। (सच कहूँ न्यूज) जनता इंटर कॉलेज भोपा में विश्व हिंदी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर “हिन्दी का अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप”विषय पर एनसीसी कैडेट्स की पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंगलवार को विद्यालय सभागार में विश्व हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश कुमार ने कहा कि हिन्दी सभी भारतीय भाषाओं की जननी है।विश्व की प्राचीनतम भाषाओं में से एक हिंदी विश्व में तीसरी सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषा है।
यह भी पढ़ें:– रामड़ा खनन प्वॉइंट पर जांच को पहुंचे एसडीएम
संस्कृत,पाली, प्राकृत के बाद अपभ्रंश होते हुए हिंदी भाषा का उदय हुआ।10जनवरी 1975 को नागपुर में प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमें लगभग 30 देशों ने हिस्सा लिया।इस दिवस की स्मृति में वर्ष 2006 में भारत सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया जाएगा। तभी से प्रतिवर्ष इसका आयोजन किया जा रहा है। हिन्दी को भारतीय साहित्य एवं संस्कृति की ओज पूर्ण भाषा बनाने में प्राचीन ऋषियों व हिन्दी साहित्य के महान साहित्यकारों गोरखनाथ,विद्यापति, महाकवि तुलसीदास, कबीरदास,रहीम, रसखान, सूरदास,मीराबाई से लेकर भारतेंदु हरिश्चंद्र,मुंशी प्रेमचंद, मैथिलीशरण गुप्त, सुभद्राकुमारी चौहान, रामधारी सिंह दिनकर आदि का महत्वपूर्ण योगदान है।
महान साहित्यकारों, लेखकों व कवियों ने हिंदी भाषा का ना केवल मान बढ़ाया बल्कि हिंदी भाषा के उत्थान के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। कार्यक्रम में वरिष्ठ हिंदी प्रवक्ता रामपाल मृदुल, राणा प्रताप सरोज, परमावती प्रजापति, रीमा देवी, सुनीता वर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व “हिन्दी भाषा का अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप”विषय पर एनसीसी कैडेट्स की पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें रूद्र प्रताप शर्मा, आर्यन आत्रेय, इशिका शर्मा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेता प्रतिभागियों को प्रधानाचार्य द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।