मांगें न मानने पर किया प्रदर्शन
- मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा
श्री मुक्तसर साहिब (सच कहूँ न्यूज)। कुलहिंद खेत मजदूर यूनियन ने मनरेगा मजदूरों के मसलों को लेकर बीडीपीओ कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। मजदूरों ने जहां सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, वहीं बीडीपीओ को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
दलितों पर बढ़ रहे अत्याचार
यूनियन के प्रांतीय उपाध्यक्ष हरी राम चक्क शेरेवाला ने कहा कि आरएसएस की ओर से दलितों व अल्पसंख्यकों पर हमले किए जा रहे हैं जिस कारण उनमें दहशत का माहौल बना हुआ है।
उनके अनुसार यूपी की घटनाओं ने केंद्र और यूपी सरकार का चेहरा बेनकाब कर दिया है। हमलों की आलोचना करते हुए उन्होंने मजदूरों को सरकारों का डटकर मुकाबला करने के लिए एकजुट हो कर संघर्ष करने का न्योता दिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नाम मजदूर मांगों को ले कर एक ज्ञापन सौंपा। इस मौके जिलाध्यक्ष हरबिंदर सिंह शेरावाली, जंगीर सिंह, मेजर सिंह, बूटा सिंह, गुरदीप कौर मांगटकेर, तोता सिंह चक्क शेरेवाला, मलकीत सिंह फत्तणवाला, सतविन्दर सिंह चक्क गांधा सिंह वाला, बूटा सिंह संगराना, बलबीर सिंह पूर्व सरपंच बाजा मराड़, प्रताप सिंह, निशान सिंह, कुलवंत सिंह सीरवाली व मोहन लाल बाजा मराड़ भी मौजूद थे।
ये मांगें रखी
मांगों में विधवा, बुढापा, विकलांग और बेसहारा लोगों की पेंशन 3 हजार रुपये महीना देने, आटा दाल स्कीम के अंतर्गत बने जरूरतमंद के कार्ड चालू रखने, डिपो द्वारा सस्ते भाव पर जरूरी वस्तुएं देने, बेघर लोगों को 10 -10 मरले के प्लाट और उचित ग्रांट देने, मनरेगा मजदूरों को साल में 200 दिन काम 500 रुपये दिहाड़ी के हिसाब के साथ देने,
मजदूरों के काम का बकाए जल्द देने, दलितों और अल्पसंख्यकों पर सामाजिक जबर बंद करने, स्वच्छ पेयजल मुफ्त मुहैया करवाने, पंचायती जमीनें का तीसरा हिस्सा दलित परिवारों को कम रेट पर बुवाई के लिए देने, शगुन स्कीम 51 हजार रुपए करके समय सिर देने, सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की पकी भरती करने सहित अन्य मांगें उठाई।
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