महिला उत्थान में बेमिसाल डेरा सच्चा सौदा

Women Uplift, Dera Sacha Sauda, Gurmeet Ram Rahim, Welfare Work

सरसा। रूहानियत के साथ-साथ मानवता भलाई कार्यों की अल्ख जगा रहा सर्व धर्म संगम डेरा सच्चा सौदा वर्तमान में पूज्य संत गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां के पावन दिशा-निर्देशन में महिला उत्थान में अहम भूमिका निभा रहा है। डेरा सच्चा सौदा द्वारा मानवता भलाई के 100 से अधिक कार्य कर रही है, उनमें से अनेक कार्य महिलाओं के सम्मान व संरक्षण से संबंधित हैं। डेरा श्रद्धालुओं द्वारा वेश्यावृति उन्नमूलन, जग जननी (कन्या-भ्रूण) हत्या रोको प्रण, कुल का क्रॉऊन, शाही बेटियां बसेरा सहित अनेक महिला उत्थान के कार्य किए जा रहे हैं।

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने साध-संगत से आह्वान किया कि अगर बेटियों को भी बेटों के समान अच्छे संस्कार दिए जाएं तो वो भी अपने माता-पिता और परिवार का नाम रोशन कर सकती है। वह मेहनत, बुद्धि, ज्ञान किसी भी क्षेत्र में लड़कों से जरा भी पीछे नहीं है। समाज को अपनी सोच बदलनी होगी, बेटियों को भी जीने का अधिकार मिलना चााहिए उन्हें कोख में नहीं मारना चााहिए।

वेश्याआें का भी किया उद्धार, बनाया ‘शुभदेवी’

स्वस्थ समाज की सरंचना के उद्देश्य से पूज्य गुरु जी द्वारा वेश्यावृति त्याग समाज की मुख्याधारा में आने वाली युवतियों की शादियां भक्तयोद्धाओं से करवाई जा रही है। पूज्य गुरु जी इन्हें शुभ देवी की उपाधी दी है और इन्हें अपनी बेटी के रुप में अपनाया है। डेरा सच्चा सौदा में अब तक ऐसी 17 शादियां हो चुकी है। डेरा सच्चा सौदा द्वारा गरीब विधवाओं का पुर्नविवाह भी करवाया जा रहा है। ऐसी अब तक 13 शादियां हो चुकी है।

जग जननी हत्या रोको

डेरा द्वारा चलाई जा रही जग जननी हत्या रोको मुहिम के तहत 11,824 लोग लिखित में प्रण ले चुके हैं। पूज्य गुरु जी ने सत्संगों के माध्यम से कन्याभू्रण हत्या रूपी बुराई पर जोरदार प्रहार किया। गर्भ में बेटी को मरवाने वाली मां को डायन, डॉक्टर को जल्लाद की संज्ञा दी। पूज्य गुरुजी के आह्वान पर अब तक लाखों लोग कन्याभू्रण हत्या न करने व उसे रोकने का प्रण ले चुके हैं।

बेटियों से भी चलेगा वंश

कुल का क्रॉऊन मुहिम के तहत जिनके 2 या 2 से अधिक बेटे हैं उनमें से एक बेटा ऐसे परिवार में शादी करे, जिनके बेटी के रूप में केवल एक ही संतान है। इस मुहिम के तहत लड़का यानि दूल्हा शादी के बाद ससुराल जाएगा और ससुराल को ही अपना घर बनाएगा। शादी करने वाली ऐसी लड़की को पूज्य गुरु जी ने ‘कुल का क्रॉऊन’ व लड़के को ‘भक्त मर्द गाजी’ का खिताब दिया।

बेटियां देती अर्थी को कंधा

पूज्य गुरुजी ने सामाजिक बेड़ियों को तोड़ते हुए बेटों के समान बेटियों को अधिकार दिलवाने की दिशा में एक ओर मील पत्थर स्थापित करते हुए अनोखी मुहिम चलाई, जिसमें बेटियों को अपने माता पिता की अर्थी को कंधा देने व मुखाग्नि देने का अधिकार दिया गया। पूज्य गुरुजी के आह्वान पर अब तक हजारों लड़कियां अपने परिवारजनों को कहीं बेटी बनकर तो कहीं पुत्रवधू,पोती व भतीजी इत्यादि के रूप में कंधा देकर फर्ज निभा रही है।

महिला उत्थान के लिए चलाई जा रही मुहिम

  

शाही बेटियां बसेरा : भू्रण हत्या व लिंग भेद पर रोक लगाने के उद्देश्य से पूज्य गुरू जी ने ऐसी लड़कियां जिनको गर्भ में मार देना था, उनको अपनाया व माँ-बाप की जगह खुद का नाम दिया।

आशीर्वाद: गरीब लड़कियों की शादी में आर्थिक मदद करना।

आत्मसम्मान: महिलाआें के लिए सिलाई, कढ़ाई व अन्य व्यवसायिक प्रशिक्षण केंद्र खोलना।

अभिशाप मुक्ति: दहेज प्रथा रोकना।

ज्ञान कली: लड़कियों की शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना।

जीवन आशा: कम उम्र की विधवाआें की शादी करवाना।

नई सुबह: तलाकशुदा युवतियों की शादी करवाना।

शुभदेवी: वेश्यावृत्ति में फंसी युवतियों को पूज्य गुरू जी बेटी बनाते हैं ईलाज करवाकर, उनकी शादी करके समाज की मुख्य धारा में लाते हैं।

कुल का क्राउन: लड़के से ही वंश चलता है, इस भ्रम को दूर करके लड़की शादी करके दुल्हे को घर लाएगी व लड़की से वंश चलेगा।

लज्जा रक्षा: बेसहारा औरतों को सहारा देना।

सशक्त नारी: लड़कियों को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण देना।

जननी सत्कार: गरीब गर्भवती महिलाआें को पौष्टिक आहार देना व ईलाज करवाना।

जननी-शिशु सुरक्षा: गरीब जच्चा-बच्चा का भरण-पोषण करना।

बचाओ संस्कृति: वेश्यावृत्ति के कोठों को कानूनी तौर पर बंद करवाना।

नई किरण: विधवा बहू को बेटी बनाकर उसकी शादी करवाना।

मां-बेटा सम्भाल: नि:शुल्क कैंप लगाकर गर्भवती महिला व उसके होने वाले बच्चे के लिए स्वस्थ संभाल व विकास के लिए जानकारी व दवाईयां प्रदान करना।