जयपुर (सच कहूं न्यूज)। प्रदेश में बीते 36 घंटो के दौरान घटित महिला उत्पीड़न और पॉक्सो एक्ट के मामलों में बढोतरी को लेकर महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा और भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने भाजपा प्रदेश कार्यालय पर प्रेसवार्ता को संबोधित किया। प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि गहलोत सरकार के इस कुराज में महिला उत्पीडन के मामलों ने प्रदेश को शर्मशार किया है। Jaipur News
इन घटनाओं को देखकर ये लगता है कि प्रदेश में कोई कानून व्यवस्था और सरकार है ही नहीं। जयपुर के जालूपुरा में लव जिहाद की घटना बेहद डरावनी है। मुख्यमंत्री को मोबाइल की गारंटी के बजाय महिलाओं को सुरक्षा की गारंटी देनी चाहिए। झूंठी योजनाओं के बल पर अपनी पीठ थपथपानें के बजाय गहलोत को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि प्रदेश की महिला आयोग की वर्तमान अध्यक्ष ने खुद माना है कि प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाएं बढी हैं। सरकार में बैठे लोग खुद न्यायोचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध अब सरकार के नियंत्रण से बाहर है।
प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में अपराध की स्थिति बेहद गंभीर है। अलवर के शाहजहांपुर में शनिवार से लापता आठ वर्ष के दलित बच्चे की गला रेतकर हत्या कर दी जाती है। हत्या से पहले पीडित परिवार पुलिस कार्रवाई के लिए थाने के चक्कर काटता है, लेकिन पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं लेती है, ना ही पुलिस ने इस मामले में कोई त्वरित कार्रवाई की। मृतक के घर से महज 500 मीटर दूरी पर बच्चे का शव मिलता है।
प्रदेश में प्रतिदिन रिकॉर्ड 06 हत्या की घटनाएं हो रही है। जोधपुर में एक सब इंस्पेक्टर को गाडी चढाकर मार दिया जाता है, वहीं एक महिला पुलिस कांस्टेबल को कार से घसीटा जाता है। प्रदेश के लूणकरणसर, झुंझुनू, सीकर और जोधपुर में हत्या की घटनाएं। वहीं झुंझुनू में बीते एक सप्ताह के भीतर फायरिंग की तीन घटनाएं। अलवर के बानसूर में भाजपा जिला पार्षद के घर पर फायरिंग की घटनाएं बताती हैं कि प्रदेश में मौजूदा कानून व्यवस्था का क्या हाल है।
प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश की पुलिस कांग्रेस की भूमिका में काम कर रही है। हरियाणा के एक युवक के खिलाफ राजस्थान में दर्ज मामले में राजस्थान पुलिस के डीजीपी ने प्रेसवार्ता में कहा कि घटना में इस युवक की कोई भूमिका नहीं थी। लेकिन दोपहर में मुख्यमंत्री उस युवक के खिलाफ बयान देते हैं और डीजीपी के स्वर बदल जाते हैं।
नाबालिगों से ज्यादती की घटनाओं के संबंध में मेरे द्वारा लगाई हुई आरटीआई के जवाब से पता चला है कि नवंबर 2019 से अप्रैल 2023 तक प्रदेश के भीतर पॉक्सो एक्ट के 14,471 रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए हैं। जहां पहले प्रदेश में हर छह महिने में कलेक्टर एसपी कॉंफ्रेस हुआ करती थी, उस कॉंफ्रेंस को हुए काफी समय हो गया लेकिन सरकार कुर्सी की लडाई और लूट खसोट में व्यस्त है। Jaipur News
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