- सांस लेने में दिक्कत के चलते करवाई थी भर्ती
जींद (सच कहूँ न्यूज)। जींद जिले में यहां नागरिक अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में सांस लेने की दिक्कत के चलते दाखिल महिला की स्टाफ नर्स द्वारा ऑक्सीजन हटाते ही मौत हो गई। महिला की मौत होते ही उसके परिजनों ने आपातकालीन वार्ड में हंगामा कर दिया और स्टॉफ नर्स पर महिला की ऑक्सीजन हटाकर दूसरे मरीज को लगाने का आरोप लगाया। बाद में पुलिस ने वार्ड में पहुंचकर परिजनों को शांत किया।
परिजनों ने किया ऑक्सीजन हटाने का विरोध
अमरहेड़ी गांव निवासी कृष्णा देवी (72) को फेफड़ों की बीमारी थी और तीन दिन पहले सांस लेने में दिक्कत के चलते उन्हें नागरिक अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में दाखिल कराया था। उसके बाद से वह ऑक्सीजन पर थी। ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स ने गत दिवस यह कहकर ऑक्सीजन हटा दी कि उसके शरीर का ऑक्सीजन स्तर 90 पहुंच गया है, लेकिन कृष्णा के परिजनों ने इसका विरोध किया।
डॉक्टर बोले-90 पहुंच गया था ऑक्सीजन, दूसरे मरीज को थी ज्यादा जरूरत
स्टाफ नर्स ने कृष्णा के मुंह से ऑक्सीजन हटाकर आपातकालीन वार्ड में आए दूसरे मरीज को लगा दी। जैसे ही ऑक्सीजन हटाई तो कृष्णा की अचानक ही तबीयत बिगड़ गई और जब तक स्टाफ उसे संभालता तब तक उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद कृष्णा के परिजनों ने वार्ड में ही हंगामा कर दिया। बाद में वहां पर तैनात स्टाफ ने पुलिस कर्मियों को बुलाया और हंगामा कर रहे कृष्णा के परिजनों को बाहर निकाला।
नागरिक अस्पताल के एमएस डा. गोपाल गोयल ने बताया कि महिला कोरोना पॉजिटिव नहीं थी, लेकिन सांस लेने में दिक्कत के चलते उसे दाखिल किया गया था। महिला का ऑक्सीजन स्तर 90 था। आपातकाल में आये मरीज का ऑक्सीजन स्तर 40 था और उस मरीज को ऑक्सीजन देने के लिये कृष्णा की ऑक्सीजन पांच मिनट के लिए हटाई गई थी, लेकिन इसी दौरान अचानक उसकी मौत हो गई।
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