पुलिस ने बच्चा भी किया बरामद
- अपने बच्चे की मौत होने के कारण किसी का बच्चा किया था चोरी
बठिंडा। (सच कहूँ/सुखजीत मान) बठिंडा के सरकारी अस्पताल से तीन दिन पहले चोरी नवजात को देर रात एक गांव से बरामद कर आरोपी मां-बेटी को गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी गांव कोठा गुरु का की सतकार कमेटी के सेवादारों के सहयोग बदौलत संभव हो सकी है, जिन्होंने बच्चा चोरी करने वाली महिलाओं की वाइरल वीडियो के आधार पर पहचान की। पुलिस ने बच्चे को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया गया। इस संबंधी आज यहां एसएसपी बठिंडा जे ऐलनचेलियन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि आरोपी नशे की आदी हैं।
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दोनों गांव कोठा गुरु की रहने वाली हैं। आरोपियों ने कुछ दिन पहले गांव में ही एक और वारदात को अंजाम देने की कोशिश की थी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के चेहरे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। इसके आधार पर दोनों की शिनाख्त हुई। रविवार को टीका लगाने के बहाने मां-बेटी ने अस्पताल से नवजात को चुरा लिया था। बच्चे को चुराने के बाद आरोपी सिविल अस्पताल से एक एक्टिवा सवार व्यक्ति से लिफ्ट लेकर थाना कोतवाली के पास पहुंची। वहां से एक आॅटो लिया और अपने ठिकाने पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि पहले एक्टिवा सवार की तलाश की गई। उससे पूछताछ के आधार पर आॅटो चालक को ढूंढ निकाला गया। उसने खुलासा किया कि उक्त महिलाएं आॅटो से उतर कर किसी दूसरे आटो में बैठ गई थीं।
एसएसपी जे इलेनचेलियन ने आरोपियों के पकड़े जाने की पुष्टि की है। आरोपियों की गिरफ्तारी में समाज सेवी संस्था सत्कार कमेटी का अह्म योगदान रहा है। गिरफ्तार महिलाएं गांव कोठा गुरु का की कुलविंद्र कौर पत्नी मुकंद सिंह और उसकी लड़की सिमरजीत कौर पत्नी हरजिंद्र सिंह निवासी गांव ढिड्डे खुर्द जिला फरीदकोट हैं। पुलिस ने गिरफ्तार महिलाओं से पूछताछ के आधार पर जसविंद्र सिंह उर्फ गुरी पुत्र राम सिंह निवासी मलूका के घर से बच्चा भी बरामद कर लिया। एसएसपी ने बताया कि सिमरनजीत कौर की शादी करीब एक साल पहले हरजिंद्र सिंह पुत्र रुड़ सिंह निवासी ढिड्डे खुर्द के साथ हुई थी। विवाह से करीब 4-5 महीने के बाद ही दोनों का झगड़ा होने लगा तो सिमरजीत कौर अपनी मां के साथ रहने लगी थी। सिमरजीत कौर गर्भवती होने के कारण उसे एक नवम्बर को चिल्ड्रन अस्पताल बठिंडा में भर्ती करवाया गया था।
2 नवम्बर को हुई डिलीवरी के दौरान लड़के का जन्म लिया, जिसे सात नवम्बर को फरीदकोट रैफर कर दिया था परंतु रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई थी। बच्चे की मौत के बारे में उक्त दोनों मां-पुत्री ने अपने रिश्तेदारों को बताया नहीं था। कुलविंद्र कौर और सिमरजीत कौर ने जसविंद्र सिंह निवासी मलूका और अपने लड़के जगसीर सिंह के साथ सलाह बनाकर यह बच्चा चोरी किया था। 4 दिसम्बर को कुलविंद्र कौर और सिमरजीत कौर जच्चा-बच्चा अस्पताल में आई थी जहां उन्होंने बच्चे को टीका लगाने का बहाना बनाकर चोरी किया था। पुलिस ने बच्चा चोरी के इस मामले में कुलविंद्र कौर और सिमरजीत कौर के अलावा जसविंद्र सिंह को भी नामजद किया है।
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