- मैरिट मिशन| सरकारी स्कूलों का बदला चेहरा
- ‘‘मिशन मैरिट‘‘ के चलते स्वप्रेरित होकर सरकारी अध्यापक लगा रहे हैं कक्षाएं
- करीब दर्जन भर स्कूलों में चल रही है विशेष कक्षाएं
- शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कलक्टर को दी जानकारी
ShriGangaNagar, SachKahoon News: शीतकालीन अवकाश के चलते जिले की सरकारी स्कूलों में छुट्टियां चल रही हैं, लेकिन जिले की करीब दर्जन भर सरकारी स्कूलें ऐसी भी हैं, जहां आगामी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा को देखते हुए विशेष कक्षाएं लगाई जा रही हैं। स्वप्रेरित होकर अध्यापक और स्कूल के प्रिसिंपल बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं लगा रहे हैं, वहीं बच्चे भी बड़ी संख्या में इन विशेष कक्षाओं में आकर इसका फायदा ले रहे हैं। रमसा की वीरवार को जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में ये जानकारी शिक्षा अधिकारियों ने जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम को दी। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में डीईओ माध्यमिक श्री मांगे लाल और एडीपीसी वकील सिंह ने जिला कलक्टर को बताया कि हालांकि ‘‘मिशन मैरिट‘‘ के अंतर्गत जिले में 10वीं के 20 और बारहवीं कक्षा में कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय के 10-10 बच्चों का चयन कर कुल 50 बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं 15 जनवरी से शुरू की जानी है, लेकिन करीब दर्जन भर विद्यालयों के प्रिंसीपल और स्कूल अध्यापकों ने शीतकालीन अवकाश का त्याग कर बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए स्वप्रेरित होकर विशेष कक्षाओं का आयोजन कर रहे हैं। वकील सिंह ने बताया कि जिले में मिशन मैरिट के अंतर्गत चयन किए जाने वाले 50 बच्चों के लिए ब्लॉक लेवल पर परीक्षाएं ली जा चुकी है। इनका परिणाम जल्द घोषित कर 15 जनवरी से विशेष कक्षाएं मटका चौक के पास स्थित गर्ल्स स्कूल के हॉस्टल में विशेष कक्षाएं चलाए जाने का कार्यक्रम हैं। ताकि प्रतिभावान विद्यार्थियों को मैरिट में आने के लिए सहयोग किया जा सके। बैठक में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, सादुलशहर की प्रिसिंपल डॉ. नगेन्द्र कौर ने बताया कि उनकी स्कूल में शीतकालीन अवकाश में भी 10वीं और 12 वीं कक्षा के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक किया जा रहा है। जिसमें करीब 50 विद्यार्थी नियमित रूप से आ रहे हैं, वे खुद भी हिंदी की कक्षा ले रही हैं। इसके अलावा पदमपुर तहसील के बींझबायला और 29 बीबी स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सादुलशहर में चक महाराजका समेत करीब दर्जन भर स्कूलों में विशेष कक्षाएं स्वप्रेरित होकर अध्यापकों द्वारा लगाई जा रही है। स्वप्रेरित होकर लगाई जा रही विशेष कक्षाओं के कार्य की जिला कलक्टर ने प्रशंसा की।
मिशन मैरिट‘‘ के अंतर्गत जिले में 10वीं के 20 और बारहवीं कक्षा में कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय के 10-10 बच्चों का चयन कर कुल 50 बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं 15 जनवरी से शुरू की जानी है
75.98 फीसदी रहा दसवीं का परिणाम
एडीपीसी वकील सिंह ने बताया कि जिन स्कूलों में पिछले वर्ष परीक्षा परिणाम कम रहा वहां अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जा रही हैं, साथ ही गणित, विज्ञान और अंग्रेजी विषय की भी अतिरिक्त कक्षाएं स्कूलों में लगाई जा रही है। गौरतलब है कि जिले में गत वर्ष 10 वीं का राजकीय विद्यालयों का परीक्षा परिणाम जहां 75.98 फीसदी रहा वहीं कक्षा 12 में भी विज्ञान संकाय में 88.19 फीसदी, कला संकाय में 88.58 फीसदी और वाणिज्य संकाय में 91.06 फीसदी रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल सरकारी विद्यालयों की सैकेंडरी कक्षाओं में करीब 10 फीसदी नामांकन बढ़ा है।