विस में पुरानी पैंशन का मुद्दा उठाएंगे भूपेंद्र हुड्डा

Bhupendra Hooda

विधानसभा सत्र की तैयारी : भाजपा-जजपा पर निशाना लगाएगी कांग्रेस (Bhupendra Hooda)

  •  कर्मचारियों की मांग को कांग्रेस ने दिया समर्थन

चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। 20 जनवरी से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में प्रदेश के कर्मचारियों की विभिन्न मांगों के जरिए भाजपा-जजपा सरकार को घेरने की तैयारी में प्रदेश कांग्रेस जुट गई है। इस के मद्देनजर प्रदेश कर्मचारियों के सबसे बड़े मुद्दे पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करवाने की मांग को समर्थन देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Hooda) ने इस मांग को सदन में उठाने का ऐलान किया है। कर्मचारियों ने एक मांग पत्र पूर्व मुख्यमंत्री को उनके आवास पर सौंपा। पेंशन बहाली संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधि मंडल ने इस बाबत मंगलवार को हुड्डा से मुलाकात की।

नैशनल पैंशन सिस्टम के खिलाफ आंदोलनरत है संघर्ष समिति

दरअसल, पेंशन बहाली संघर्ष समिति लगातार बाजार आधारित नेशनल पेंशन सिस्टम को बंद करने के लिए आंदोलन कर रही है। पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा भी कई बार कर्मचारियों की इस मांग को उठा चुके हैं। वहीं दीपेंद्र हुड्डा कर्मचारियों के साथ सड़क पर और भूपेंद्र सिंह हुड्डा पार्टी विधायकों के साथ सदन में इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रहे हैं।

भूपेंद्र हुड्डा के सरकार से सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी-जजपा गठबंधन सरकार से कहा कि वे बताएं कि पुरानी पेंशन स्कीम पर उसका क्या स्टैंड है? उन्होंने कहा कि क्या इसे कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में जगह दी जाएगी? क्या जेजेपी 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन को इसमें शामिल करेगी? या कर्मचारियों की तरह बुजुर्गों से भी धोखा किया जाएगा? आखिर गठबंधन ने अबतक अपना कॉमन मिनिमम प्रोग्राम क्यों नहीं जारी किया? सरकार इस पर क्यों टालमटोल कर रही है?

ये गाड़ी दूर तक नहीं चलेगी?

हुड्डा ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस ने भी गठबंधन की सरकार बनाई है, लेकिन सरकार बनने के साथ ही पार्टी ने अपना कॉमन मिनिमम प्रोग्राम जारी कर दिया था। इससे सरकार के काम में स्पष्टता आती है। लेकिन लगता है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार अपने गठबंधन और मंत्रियों की अंतर-कलहों में घिरी हुई है। सरकार के भीतर ही किसी तरह का सामंजस्य नजर नहीं आता।

  • ये दो पहियों की ऐसी गाड़ी है, जिसके दोनों पहिए अलग-अलग दिशा में दौड़ रहे हैं।
  • इसीलिए आमजन में चर्चा जोरों पर है कि ये गाड़ी दूर तक नहीं चलेगी।

 

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।