बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने पंजाब के एमएसजी भंडारे के अवसर पर फरमाया कि आपको धर्मों की बात बताते हैं। हिन्दू धर्म हमारा कहता है कि राम-नाम के नशे के सामने दुनिया के सभी नशे गंदगी के समान हैं। इस्लाम धर्म कहता है मजाजी शराब के लाखों मट (घड़े) हों, अल्लाह की इबादत में गुजरा एक पल, वो एक पल अरबों-खरबों दर्जे ज्यादा नशा देने वाला है।
गुरु साहिबानों की पाक पवित्र गुरबाणी कहती है, ‘‘पोस्त, भंग, अफीम, मद्य नशा उतर जाए प्रभात, नाम खुमारी नानका, चढ़ी रहे दिन-रात।’’ पोस्त, भांग, अफीम, मद्य यानि शराब, सवेरे पीओ शाम को उतर जाता है, शाम को पीओ सुबह उतर जाता है। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि भक्तो नशा करना है तो वाहेगुरु के नाम का करो, एक बार चढ़ गया, दोनों जहानों में नहीं उतरेगा। तुम्हारे चेहरे पर नूर आएगा, सुरूर आएगा, आज नहीं तो कल जरूर आएगा। और ईसाई धर्म में भी कहीं न कहीं लिखा मिलता है गॉड्स प्रेयर का नशा लो, क्योंकि ये इतना पावरफुल नशा है कि विल पावर, आत्मबल को बढ़ा देता है, जिसके साथ सभी काम संवरते चले जाते हैं। तो धर्मों ने तो हमें ये शिक्षा दी है। बुरा मत मानना। तुम्हारे नजदीक शहर और गाँव में पहले तो जो नशा बेचता है, उसका धर्म कौन सा है? किस धर्म में लिखा है कि भक्ता नशे का व्यापार किया कर। दूसरी बात जो नशा लेने के लिए लाइन में लगता है उसका कौनसा धर्म है?
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि हमारी हाथ जोड़कर विनती है, हमें चाहे कुछ कहते रहो कोई परवाह नहीं, पर हम अपना सच का रास्ता छोड़ेंगे नहीं। हाथ जोड़कर विनती जरूर करेंगे कि हमें वो सफा (पेज) नंबर जरूर बता देना अपने सभी धर्मों के, सज्जन जो बैठे हैं हमारे भक्त, जिन्होंने पढ़ा है, कि किस पेज पर लिखा हुआ है कि नशे का व्यापार करो और नशे को खाओ, पीओ। यदि तुम्हें लिखा मिल जाए तो हमें जरूर बताना। यदि लिखा नहीं है तो जो लाइन में लगे होते हैं नशा लेने के लिए उनका धर्म कौन सा है?
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।