एक ही नाम, एक ही रोल नंबर, एक ही 44वीं रैंक के दो युवक
- दिल्ली गए हरियाणा के तुषार का कुछ पता नहीं, मोबाइल भी बंद
रेवाड़ी। संघ लोकसेवा आयोग (UPSC) रिजल्ट में 44वीं रैंक को लेकर हरियाणा और बिहार के तुषार के बीच चल रहा विवाद गहराता ही जा रहा है। हरियाणा के रेवाड़ी के तुषार इसकी सच्चाई पता करने के लिए गुरुवार को दिल्ली स्थित यूपीएससी मुख्यालय जाने की बात कहकर घर से निकले थे। लेकिन, उसके बाद वे घर वापिस नहीं लौटे। उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है। परिवार ने काफी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई संपर्क नहीं हो पा रहा। सुबह तक घर न आने और मोबाइल बंद होने के बाद उनके बड़े भाई राहुल सैनी उन्हें ढूंढने के लिए दिल्ली निकल गए हैं।
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शहर की सती कॉलोनी निवासी तुषार (Tushar) की भाभी ज्योति ने बताया कि यूपीएससी के रिजल्ट को लेकर असमंजस में पड़ा तुषार पूरे विवाद के बाद दिल्ली पता करने गया था। अपने रोल नंबर को लेकर यह साफ करने गया था। वह बोल रहा था कि भाभी घर संभाल लेना और रो भी रहा था। घर से जाने के बाद उसका कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने कई बार फोन भी मिलाया, लेकिन फोन ही बंद आ रहा है। यूपीएससी एग्जाम क्लियर करने की खुशी तो पूछो मत, बहुत ज्यादा हुई थी, लेकिन क्या करें सपना ही टूट गया। तुषार की भाभी ने बताया कि गुरुवार को वह अपने दोस्त के साथ दिल्ली गया था। लेकिन जाने के बाद से उसका फोन बंद आ रहा है। आज सुबह मेरे पति राहुल सैनी उन्हें ढूंढने दिल्ली गए हुए हैं।
भागलपुर के तुषार ने रेवाड़ी के तुषार का एडमिट कार्ड बताया फर्जी
उल्लेखनीय है कि 3 दिन पहले यूपीएससी के रिजल्ट में 44वीं रैंक तुषार कुमार नाम के अभ्यर्थी को मिली थी। इसके बाद रेवाड़ी की सती कॉलोनी में रहने वाले तुषार ने दावा किया था कि ये रैंक उनकी ही है। इसी बीच बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने भी दावा कर दिया कि 44वीं रैंक उनकी है। विवाद धीरे-धीरे बढ़ता चला गया। दोनों तुषार कुमार ने अपने-अपने एडमिट कार्ड मीडिया को दिए। इसमें दोनों का रोल नंबर एक ही पाया गया। भागलपुर के तुषार ने रेवाड़ी के तुषार के एडमिट कार्ड को फर्जी बताया और इसकी शिकायत भी बिहार के कैमूर एसपी को दी।
2 दिन पहले जब यूपीएससी (UPSC) का रिजल्ट आया तो रेवाड़ी के रहने वाले तुषार कुमार पुत्र स्वर्गीय बृजमोहन ने कहा कि मेरा तीसरे अटेंप्ट में 44वां रैंक आया है। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल में की। इसके बाद केएलपी कॉलेज से बीकॉम की और फिर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। इस दौरान उनकी मां और पिता का निधन हो गया। बिहार के भागलपुर निवासी तुषार कुमार ने रेवाड़ी के तुषार पर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उसका एडमिट कार्ड फर्जी है और मेरा असली है। उसने कहा कि हरियाणा के तुषार का एडमिट कार्ड एडिट कर बनाया गया है। उसमें यूपीएससी का वाटर मार्क भी नहीं है। उस पर लगे QR कोड को स्कैन करने पर कोई डिटेल नहीं आ रही। उसका एडमिट कार्ड फर्जी है।