नई दिल्ली (एजेंसी)। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया मेंं हाहाकर मचा रखा है। कोरोना से दुनिया की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। इस बीच डब्लूएचओ ने इसको लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया है। डब्लूएचओ ने कहा कि वोरोबे का रिसर्च अच्छा है और कोविड का पहला ज्ञात मामला सर्वाधिक संभावना के साथ सीफूड विक्रेता से जुड़ा मामला हो सकता है। कोरोना वायरस को लेकर पहले से ही शक के घेरे में चल रहा चीन अब कोरोना के पहले मरीज की पहचान पर भी घिरता दिख रहा है। क्योंकि चीन ने जिस मरीज को कोविड का पहला मरीज बताया था, रिपोर्ट्स के मुताबिक वो पहला मरीज नहीं है।
कोरोना वायरस का लक्षणयुक्त पहला ज्ञात मामला चीन के वुहान में एक होलसेल फूड मार्केट में एक महिला सीफूड विक्रेता का था। पहले ऐसी रिपोर्ट थी कि एक एकाउंटेंट कोविड से सबसे पहले पीड़ित हुआ था। एक नए स्टडी से यह पता चला है जिससे घातक बीमारी की उत्पत्ति की विश्व स्वास्थ्य संगठन की जांच से संबंधित शुरूआती घटनाक्रम गलत साबित हो सकता है।
ब्राजील में 30 करोड़ लोगों को दी गयी कोरोना वैक्सीन की खुराक
ब्राजील में 30 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। यह जानकारी ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मासेर्लो क्विरोगा ने कहा है कि देश में जनवरी महीने में शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 30 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। इनमें से 15.76 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गयी है, जबकि 12.98 को पूरी तरह से वैक्सीनेट किया जा चुका है।
क्विरोगा ने कहा, “इस मील के पत्थर को हासिल करने के साथ हम यह कह सकते हैं कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान देश में अब तक का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है। उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में 36.06 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक वितरित की गयी है। उल्लेखनीय है कि ब्राजील के मंत्रालय ने इस सप्ताह घोषणा की थी कि कि बूस्टर शॉट अब 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों के लिए उपलब्ध है और 1.27 करोड़ लोग इसे ले चुके हैं।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।