प्रदेश के गांवों में 15 लाख 30 हजार घर अभी भी पेयजल कनैक्शन से वंचित
चंडीगढ़ (अनिल कक्कड़/सच कहूँ)। हरियाणा प्रदेश को बने हुए बेशक 54 साल का समय हो गया है और मौजूदा सरकार विकास के नाम पर बेशक आंकड़ों के खेल दिखा अपनी पीठ थपथपा सकती है लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश 33 लाख से ज्यादा ग्रामीण घरों में से 15 लाख 30 हजार घरों में अब तक पानी का कनैक्शन तक नहीं है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण आंचल में रहने वाली महिलाओं को उठानी पड़ती है जिन्हें कई-कई किलोमीटर दूर से पीने का पानी अपने सिर पर उठा कर लाना पड़ता है।
इस साल सरकार का 6.50 लाख घरों में पेयजल कनैक्शन देने का लक्ष्य
ऐसे में सरकार ने दावा किया है कि इस वर्ष करीबन साढ़े छह लाख ग्रामीण घरों को पानी का कनैक्शन मुहैया करवा दिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उज्जवला योजना के मॉडल पर प्रदेश के सभी घरों में नल से पेयजल मुहैया करवाने का रोडमैप तैयार किया है। यह कार्य प्रधानमंत्री द्वारा घोषित ‘जल जीवन मिशन’ योजना के तहत किया जाएगा, जिसकी 50 फीसदी राशि भारत सरकार द्वारा व शेष 50 फीसदी राशि हरियाणा सरकार द्वारा दी जाएगी।
‘जल जीवन मिशन’ का लक्ष्य 2024 तक पेयजल कनैक्शन मुहैया करवाना जबकि हरियाणा सरकार ने लिया 2022 तक का टार्गेट
जानकारी के अनुसार केंद्र की ‘जल जीवन मिशन’ योजना के तहत हर घर में पेयजल कनैक्शन का लक्ष्य 2024 तक का है। लेकिन हरियाणा ने इस कार्य को वर्ष 2022 में ही पूरा करने का लक्ष्य रखा है। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 32.88 लाख घर है और वर्तमान में राज्य के कुल 17.58 लाख घरों में पेयजल कनैक्शन हैं।
रोजाना 1780 घरों में पेयजल कनैक्शन बांटने का लक्ष्य
वहीं 15 लाख 30 हजार घरों में अभी तक पीने के पानी का कनैक्शन नहीं है। सरकार ने 2020-21 में 6.50 लाख घरों में पेयजल कनैक्शन मुहैया करवाने का लक्ष्य रखा है। भाव सरकार रोजाना 1780 पेयजल कनैक्शन प्रदेश में बांटेगी। वहीं सरकार का दावा है कि 1 दिसंबर 2019 से 23 फरवरी 2020 तक 3.62 लाख पेयजल कनैक्शन बांटे जा चुके हैं। भाव सरकार ने रोजाना 4258 पेयजल कनैक्शन बांटे।
‘‘म्हारे इलाके की महिलाओं के सिर से मटके उतरवा दो मुख्यमंत्री जी आपकी बड़ी मेहरबानी होगी’’
वहीं हाल ही में संपन्न हुए बजट सत्र में बाढ़डा इलाके से जजपा विधायक नैना चौटाला ने अपने क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री से मांग की कि उनके इलाके के बहुतेरे गांवों की महिलाएं आज भी सारा सारा दिन सिर पर मटके रख कई कई किलोमीटर दूर से पीने का पानी भर कर लाती हैं। ऐसे में उनके घरों में पीने के पानी की व्यवस्था जल्द की जाए और उनके सिर से मटके उतरवाए जाएं तो आपकी बड़ी मेहरबानी होगी।
ग्रामीण जल आपूर्ति बढ़ोतरी के लिए कदम उठाएगी सरकार
वहीं ग्रामीण जल आपूर्ति बढ़ोतरी कार्यक्रम के अंतर्गत गांवों में जल आपूर्ति का स्तर 55-70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन तक बढ़ाने के लिए मौजूदा जल आपूर्ति सुविधाओं का सुधार एवं मजबूतीकरण करने का दावा किया। वहीं गांवों में अतिरिक्त नलकूप लगाकर, मौजूदा नहर आधारित योजनाओं की बढ़ोतरी, नहर आधारित नए जलघर बनाकर, बूस्टिंग स्टेशनों का निर्माण करके, मौजूदा वितरण प्रणाली को मजबूत बनाकर सुधार किया जाएगा।
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