पुलिस की नाकामी के खिलाफ अधिवक्ताओं ने किया कार्य बहिष्कार, सात दिन वर्क सस्पेंड रखने की घोषणा
- पुलिस कर्मियों के साथ हुई धक्का-मुक्की
- अधिवक्ता के सूने मकान में दिनदहाड़े हुई चोरी की वारदात को लेकर एसपी से मिलने पहुंचे थे वकील
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जंक्शन की सिविल लाइन्स में अधिवक्ता के सूने मकान में मंगलवार को दिनदहाड़े हुई चोरी सहित शहर में बढ़ रही चोरी की वारदातों के रोष स्वरूप अधिवक्ताओं ने बुधवार को पूर्व घोषणानुसार न्यायालयों में कार्य बहिष्कार रखा। शहर में दिनदहाड़े हो रही चोरियों को लेकर अधिवक्ताओं में पुलिस के प्रति रोष नजर आया। बार संघ के बैनर तले रोष व्यक्त करने वाले अधिवक्ताओं ने वकील मोहन मुंजाल के घर हुई चोरी की वारदात का शीघ्र खुलासा कर सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे दोनों चोरों को गिरफ्तार करने की मांग की। बार संघ अध्यक्ष अधिवक्ता मनजिन्द्र सिंह लेघा ने बताया कि वरिष्ठ अधिवक्ता मोहनलाल मुंजाल निवासी मकान नम्बर 109, सिविल लाइन्स के घर मंगलवार को अपराह्न करीब 3 बजे के आसपास दो अज्ञात व्यक्ति घर में बने कार्यालय के ताले तोड़कर घुसे।
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चोरों ने अलमारी आदि को तोड़कर उसमें से नकदी, सोने-चांदी के जेवरात व दस्तावेज चोरी कर लिए। दोनों चारों की यह वारदात घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में कैद हो गई। इस घटना की सूचना तत्काल जंक्शन पुलिस थाना में देकर मुकदमा दर्ज करवाया गया। लेकिन अभी तक घटना कारित करने वाले व्यक्तियों की तलाश व धरपकड़ के लिए कोई ठोस कदम पुलिस की ओर से नहीं उठाए गए हैं। बार संघ अध्यक्ष मनजिन्द्र लेघा ने कहा कि जंक्शन व टाउन के शहरी क्षेत्र में दिनदिहाड़े एवं रात्रि में चोरी होने की वारदातें लगातार व अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही हैं। चोरों में पुलिस का जरा भी भय नहीं। वे बेखौफ चोरी की वारदात को अंजाम देकर निकल जाते हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है। अधिवक्ताओं ने वरिष्ठ अधिवक्ता मोहन लाल मुंजाल के निवास स्थान पर की गई चोरी में संलिप्त व्यक्तियों का जल्द से जल्द सुराग लगाकर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की ताकि ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृति न हो।
कोर्ट परिसर में न घुसने देने की चेतावनी
उधर, बार संघ अध्यक्ष मनजिन्द्र सिंह लेघा के बैनर तले अधिवक्ता दोपहर को अधिवक्ता जिला पुलिस अधीक्ष को ज्ञापन सौंपने पहुंचे एसपी कार्यालय पहुंचे। एसपी कार्यालय में तैनात पुलिस कर्मियों ने चार-पांच अधिवक्ताओं को मिलने के लिए एसपी की ओर से बुलाने की बात कही तो अधिवक्ता नाराज हो गए। उनका कहना था कि एसपी गेट पर आकर उनसे ज्ञापन ले लें। लेकिन एसपी ज्ञापन लेने नहीं आए। इस बात को लेकर अधिवक्ताओं व पुलिस कर्मियों में तनातनी हो गई। धक्का-मुक्की होने से माहौल गर्मा गया। नाराज अधिवक्ताओं ने एसपी को ज्ञापन सौंपने का निर्णय टालते हुए मौके पर ही ज्ञापन फाड़ दिया। साथ ही सात दिन तक कार्य बहिष्कार करने की घोषणा की। चोरी की वारदात का खुलासा न होने पर कार्य बहिष्कार को बेमियादी समय के लिए जारी रखने की चेतावनी दी।
इसके अलावा घोषणा की कि वे पुलिस कर्मियों को न्यायालय परिसर में नहीं घुसने देंगे। अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र सारस्वत, गणेश गिल्होत्रा, जोधासिंह, रघुवीर सिंह वर्मा, मनोज त्यागी, नरेन्द्र माली, नितिन छाबड़ा, कासिल अली, मोहन मुंजाल, अनुज डोडा, गुरदेव सिंह, प्रद्युमन परमार, रोहित खिच्ची, मदन पारीक, सुरेन्द्र शेखावत, महेन्द्र सिंह सिद्धू सहित कई अधिवक्ता मौजूद थे। बार संघ अध्यक्ष लेघा ने कहा कि न्याय न मिलने तक डटकर संघर्ष किया जाएगा।
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