मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) के ब्लॉक मंसूरपुर की साध-संगत ने फूड बैंक के माध्यम से एक अति जरूरतमंद, बेसहारा और लाचार परिवार की मदद की और मकान बनाने की हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। ब्लॉक प्रेमी सेवक सचिन इन्सां ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लॉक मंसूरपुर के अंतर्गत गांव दुधैड़ी के तीन बच्चे जिनमें एक बड़ी लड़की (14), एक लड़का (12) व सबसे छोटी लड़की (7) साल हैं। गत वर्ष इनके माता-पिता का स्वर्गवास हो गया था। पहले पिता का दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। इसी सदमें में दो महीने बाद ही इनकी माँ का भी देहांत हो गया।
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बच्चों के सिर से माता-पिता का साया हटने के बाद बच्चे एकदम बेसहारा हो गए। ऐसे में गांव के कुछ मौजूदा व्यक्तियों ने इन बच्चों की परवरिश का जिम्मा उठा लिया। लेकिन वो कुछ समय के लिए ही था। धीरे-धीरे सभी ने दूरी बना ली। मामा-मामी थी लेकिन उन्होंने भी यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि जब बहन ही नहीं रही तो संबंध भी नहीं रहा। हम क्यों इनकी परवरिश करें। ऐसे में बच्चों की भूखे मरने की नौबत आ गई। भाई-बहन को भूखे मरते देख बड़ी बहन ने थोड़ी सुध ली और आस-पास घरों के बर्तन वगैरह धोकर, झाडू-पोचा करके अपने भाई-बहन का पेट भर रही है।
बड़ी बहन भर रही झाडू-पोचा करके भाई-बहन का पेट | Muzaffarnagar News
सचिन इन्सां ने बताया कि दुधैड़ी गांव के ही योगेश कुमार ने इन बच्चों की हालत उसके सामने ब्यां की तो उन्होंने उन बच्चों का जिक्र अपने ब्लॉक के जिम्मेवारों रामभूल इन्सां, रामकुमार प्रधान, धर्म इन्सां, सोनू इन्सां, सतपाल इन्सां, बबलू इन्सां के सामने किया तो इन सभी ने जाकर उन बच्चों से मुलाकात की, जिनकी हालत बिल्कुल दयनीय थी। बच्चों की ऐसी हालत को देखते हुए सभी जिम्मेदारों ने मिलकर उक्त बच्चों की मदद करने का फैसला लिया।
सभी ने ब्लॉक साध-संगत के सहयोग से उक्त परिवार के लिए फूड बैंक से हर महीने राशन देने का वायदा किया और जर्जर हालत में पहुंचे बच्चों के घर की मुरम्मत कराने का भी जिम्मा उठाया। उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी की पावन शिक्षा अनुसार डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी नित 157 मानवता भलाई के कार्यों को गति प्रदान करते रहते हैं। Muzaffarnagar News