पीलीबंगा (सच कहूँ न्यूज)। तापमान में गिरावट के साथ गेहूं बिजाई का कार्य शुरू हो गया है। किसान वीर सिंह चौहान ने बताया कि कुछ कृषक इस बार धान के अवशेषों को खेतों में मिलाकर ही गेहूं की बिजाई कर रहे हैं। क्षेत्र में प्रमुखता से सरसों और गेहूं की बिजाई होती है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार गेहूं की बिजाई के लिए मौसम अनुकूल है। Pilibanga News
गेहूं की बिजाई के लिए खेतों को अच्छी प्रकार से तैयार कर समय पर बिजाई किसान एक ही बार जुताई से करते हैं। पहले किसानों को दो से तीन बार गेहूं की बिजाई के लिए जुताई करनी पड़ती थी। इसमें से 50 फीसदी क्षेत्र में गेहूं की बिजाई का कार्य पूर्ण हो गया है। आगामी 10 दिनों तक 100 प्रतिशत क्षेत्र में गेहूं की बिजाई होनी संभव है। बता दें कि गेंहू रबी सीजन की सबसे ज्यादा बोई जाने वाली फसल है।
यही कारण है कि इसकी खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है। धान की कटाई के बाद किसान गेहूं की खेती की तैयारी शुरू कर देते हैं और गेहूं की उन्नत किस्मों व वैज्ञानिक विधि से बुवाई कर उत्पादन को बढ़ाते है। काश्तकार महेंद्र सिंह ने बताया कि हमेशा उन्नत प्रजाति के गेहूं की बुवाई करनी है और क्षेत्र के मिट्टी के गुणवत्ता के आधार पर ही प्रजाति को तय करना चाहिए।
संविधान में आस्था की नैतिक शपथ दिलाई | Pilibanga News
तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा रविवार को भारत का संविधान दिवस मनाया गया। कस्बे के वार्ड चार में आयोजित कार्यक्रम में पीएलवी ओमप्रकाश नायक ने बताया भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा सविधान है और भारत का सर्वोच्च विधान है जो संविधान सभा द्वारा 26 नवम्बर 1949 को पारित हुआ तथा 26 जनवरी 1950 से प्रभावी हुआ।
यह दिन भारत के संविधान दिवस के रूप में घोषित किया गया है। मनीष आहूजा ने कहा कि संविधान भारत को एक संप्रभु, समाजवादी धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करता है एवं अपने नागरिकों को न्याय, समानता-स्वतंत्रता का आश्वासन देता है और भाईचारे को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। मौजूद नागरिकों को चलचित्र के माध्यम से संविधान की प्रक्रिया और प्रावधानों से भी अवगत करवाया गया। Pilibanga News
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