किसानों को नहीं आनी चाहिए किसी भी प्रकार की परेशानी:- डीसी प्रीति
- सभी एसडीएम अपने अपने क्षेत्रों की मंडियों का करें दौरा | Kaithal News
- गेहूं खरीद कार्य में लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई
- डीसी प्रीति ने रबी सीजन के प्रबंधों की ली समीक्षा बैठक–संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए
कैथल (सच कहूँ/कुलदीप)। Kaithal News: डीसी प्रीति ने कहा कि आगामी एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होगी। इसको लेकर सभी मंडियों में पूरी तैयारियां रखें। खरीद सीजन के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए। जिला की सभी मंडियों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। गेहूं उठान का कार्य तय समय सीमा में किया जाए। खरीद कार्य में कोताही बरतने पर संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। Kaithal News
डीसी प्रीति सोमवार को लघु सचिवालय में रबी सीजन के प्रबंधों की समीक्षा बैठक के दौरान संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थी। उन्होंने कहा कि गेहूं की फसल को निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा, जोकि 2425 रुपये है। संबंधित एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में मंडियों व खरीद केंद्रों का दौरा करें और समय रहते व्यवस्थाओं को पूरा करवाएं। आढ़तियों के साथ बैठक करके उनके साथ तालमेल स्थापित करें। किसान व मजदूर को पूरी सुविधा मिलनी चाहिए। प्रत्येक स्थान पर नमी मापक मीटर पर्याप्त मात्रा में होने चाहिए और सभी कैलिब्रेटेड होना चाहिए। सभी खरीद एजेंसियां प्रतिदिन खरीद व उठान की रिपोर्ट जमा करवाना सुनिश्चित करें। Kaithal News
इस अवसर पर कैथल एसडीएम अजय कुमार, गुहला एसडीएम प्रमेश सिंह, कलायत एसडीएम अजय हुड्डा, एमडी शुगर मिल कृष्ण कुमार, सीटीएम गुरविंद्र सिंह, डीडीपीओ कंवर दमन, जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक निशांत राठी, सभी खरीद एजेंसियों के अधिकारी व मार्किट सचिव मौजूद रहे। Kaithal News
12 प्रतिशत से ज्यादा नमी न हो : डीसी
डीसी प्रीति ने कहा कि एसडीएम के अतिरिक्त मंडी वाइज नोडल अधिकारी भी लगाए जाएंगे। उन्होंने मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंडियों के साथ लगती सभी सड़कों को दुरूस्त करवाया जाए, ताकि किसानों को आवागमन में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आए। गेहूं की फसल में 12 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए। इसलिए किसान अपनी फसल को सुखाकर मंडी लेकर आएं, ताकि फसल बेचने में उन्हें कोई परेशानी न आए।
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