बारिश में भीगे खुले में पड़े गेहूं के कट्टे

Wheat bough
  •  अव्यवस्थाओं से व्यापारियों में फैला रोष

  •  एसडीएम ने बैठक बुला समस्या समाधान का दिया आश्वासन

हनुमानगढ़। शनिवार देर रात से रविवार सुबह तक हुई बारिश से जंक्शन-टाउन की नई धान मंडी में खुले में पड़े गेहूं के कट्टे भीग गए। अव्यवस्थाओं के खिलाफ रविवार सुबह मंडी के व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया। कृषि उपज मंडी के अधिकारियों की ओर से कोई सुध न लेने से व्यापारियों में रोष फैल गया। उन्होंने अपने स्तर पर गेहूं को भीगने से बचाने का प्रयास किया। सूचना मिलने पर सुबह आठ बजे उपखंड अधिकारी कपिल यादव, जिला रसद अधिकारी एवं नगर परिषद आयुक्त शैलेन्द्र गोदारा मौके पर पहुंचे।

व्यापारी नेता प्यारेलाल बंसल ने बताया कि हर बार 15 जून तक मंडी से गेहूं के सभी कट्टों का उठाव हो जाता है परंतु इस बार विभाग की लापरवाही के कारण मंडी में अभी तक साढे तीन लाख कट्टे खुले आसमान के नीचे पड़े हैं। मौसम खराब होने के कारण गेहूं के भीगने का डर है। उन्होंने बताया कि हर साल सीजन में रोजाना 65 हजार कट्टों का उठाव प्रतिदिन होता था परंतु इस बार 35 हजार कट्टों का उठाव प्रतिदिन हो रहा है।

उठाव की गति धीमी होने के कारण बारिश आने पर इस नुकसान का सामना व्यापारियों को करना पड़ रहा है। व्यापार संघ अध्यक्ष पदमचंद जैन ने बताया कि शनिवार देर रात से शुरू हुई बारिश से मंडी में रखा काफी गेहूं भीग चुका है। अब दोबारा उतनी ही मेहनत कनक को सुखाकर उन्हें कट्टों में डालना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि मानसून सिर पर लेकिन अभी तक मंडी से गेहूं के कट्टों का उठाव पहीं हुआ है। इस बारिश से व्यापारी को बड़ा नुकसान हुआ है।

  • अगर समय रहते प्रशासन नहीं चेता तो मानसून व्यापारी को बर्बाद कर देगा

मौके पर उपखंड अधिकारी ने इस संबंध में सोमवार को बैठक बुलाकर समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन व्यापारियों को दिया।

 

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