1-2 दिनों में गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने की उम्मीद
रावतसर (दिनेश, सच कहूँ न्यूज)। बारिश की वजह से खेतों में लहरा रही गेहूं की फीकी हुई चमक ने गेहूं की सरकारी खरीद (wheat) पर बे्रक लगा दिए है। ऐसे में अब मामले की गेंद केन्द्र सरकार के पास चली गई है। नियमों में बदलाव होने के बाद भी अब गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो पाएगी। बताया जा रहा है कि अब 1-2 दिनों में रंग खो चुकी गेहूं को खरीदने के आदेश जारी हो जाएंगे। उसके बाद ही मंडियों में गेहूं की सरकारी खरीद एफसीआई शुरू करेगा। बता दें कि बीते सप्ताह 2 से 3 दिन तक हुई बारिश से गेहूं की गोल्डन चमक अधिकतम खत्म हो गई है।
गेहूं खरीद को लेकर एफसीआई ने1 अप्रैल से ही अपनी प्रक्रिया शुरू कर दी थी। लेकिन गेहूं कटाई के साथ 15 अप्रैल से मंडियों में आना शुरू हो जाता है। लेकिन 15 से 17 के मध्य ही हुई बारिश से जहां मंडी में पड़ा गेहूं भीग गया था। तो वही खेतों में भी गेहूं की कटाई बुरी तरह प्रभावित हो गई। जो कटाई के साथ गेहूं मंडी में आना शुरू हुआ है, उसकी खोई चमक के चलते एफसीआई ने खरीदना मना कर दिया है। ऐसे में कही ना कही किसान व व्यापारी गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर हो रही देरी से परेशान भी हो रहे है।
उपभोक्ता विभाग की ओर से केन्द्र को भेजा गया पत्र
वही एफसीआई के स्थानीय क्वालिटी इंस्पेक्टर लालचंद मड़ोदिया ने बताया कि खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता विभाग की शासन सचिव आईएएस मुग्धा सिन्हा द्वारा 22 अप्रैल को एक पत्र भी केन्द्र सरकार को लिखा गया है। जिसमें श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ दोनों जिलों सहित गेहूं उत्पादन जिले कोटा,बारां व बूंदी में बारिश के कारण गुणवता रूप से प्रभावित हुई गेहूं की फसल को खरीदने के लिए चमक के मापदण्ड को हटाए जाने की मांग की है। वही क्वालिटी इंस्पेक्टर ने धानमंडी में गेहूं लाने वाले किसानों से भी अपील करते हुए कहा कि वह गीला गेहूं धानमंडी में न लाए। गेहूं खेतों में सुखाने के बाद ही मंडी में लाए।
जिससे खरीद शुरू होने के साथ ही किसानों को परेशानी न हो। वही बारिश के कारण धान मंडी में सरसों के उत्पादन में भी कमी आई है। भीगी सरसों को सुखाने को लेकर तथा गेहूं की फसल को लेकर किसानों का ध्यान चले जाने से अभी धानमंडी में सरसों की आवक में कमी आना शुरू हो गई है। ऐसे में गेहूं बेचने के बाद भी किसान सरसों लाना शुरू करेंगे।
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