वोट बैंक को साधने के लिए भाजपा ने उत्तर प्रदेश में बनाए नए मंत्री: मयावती
नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। बहुजन समाज पार्टी ( बसपा) की प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा ने जातिगत आधार पर सिर्फ वोट बैंक को साधने के लिए नए मंत्री बनाए हैं। सुश्री मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि भाजपा ने कल उत्तर प्रदेश में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते,क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे, तब तक यहाँ चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी।
1. बीजेपी ने कल यूपी में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे तब तक यहाँ चुनाव आचार संहिता लागू हो जायेगी।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
उन्होंने कहा, ” पिछड़े समाज के विकास तथा उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान भाजपा सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं, बल्कि इनके हितों में पूर्व की बसपा सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे, उन्हें भी अधिकांश बन्द कर दिया गया है। इनके इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गों को सावधान रहने की सलाह है। “
2. जबकि इनके समाज के विकास व उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान भाजपा सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं बल्कि इनके हितों में बीएसपी की रही सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे, उन्हें भी अधिकांश बन्द कर दिया गया है। इनके इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गाें को सावधान रहने की सलाह।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
अब चुनाव से पहले इनको गन्ना किसान की याद आई
2. केन्द्र व यूपी सरकार की किसान-विरोधी नीतियों से पूरा किसान समाज काफी दुःखी व त्रस्त है, लेकिन अब चुनाव से पहले अपनी फेस सेविंग के लिए गन्ना का समर्थन मूल्य थोड़ा बढ़ाना खेती-किसानी की मूल समस्या का सही समाधान नहीं। ऐसे में किसान इनके किसी भी बहकावे में आने वाला नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
मायावती ने उत्तर प्रदेश की सरकार पर किसानों के हितों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा, ” भाजपा सरकार पूरे साढ़े चार वर्षों तक यहाँ के किसानों की घोर अनदेखी करती रही व गन्ना का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया, जिस उपेक्षा की ओर सात सितम्बर को बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मेरे द्वारा इंगित किया गया। अब चुनाव से पहले इनको गन्ना किसान की याद आई है, जो इनके स्वार्थ को दशार्ता है।”
1.यूपी भाजपा सरकार पूरे साढ़े चार वर्षों तक यहाँ के किसानों की घोर अनदेखी करती रही व गन्ना का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया जिस उपेक्षा की ओर 7 सितम्बर को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मेरे द्वारा इंगित करने पर अब चुनाव से पहले इनको गन्ना किसान की याद आई है जो इनके स्वार्थ को दर्शाता है।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
उन्होंने कहा, ” केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार की किसान-विरोधी नीतियों से पूरा किसान समाज काफी दु:खी व त्रस्त है, लेकिन अब चुनाव से पहले गन्ना का समर्थन मूल्य को थोड़ा सा बढ़ाना खेती-किसानी की मूल समस्या का सही समाधान नहीं। ऐसे में किसान इनके किसी भी बहकावे में आने वाला नहीं है।”
नये मंत्रियों को पद स्वीकार नहीं करना चाहिये था: मायावती
उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार से किसान समेत समाज के सभी वर्गो से सावधान रहने की सलाह देते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जातिगत वोटों को साधने के लिये मंत्री बनाये गये लोग यदि पद स्वीकार नहीं करते तो उनके व समाज के लिये बेहतर होता। सुश्री मायावती ने सोमवार सुबह एक के बाद एक दो ट्वीट कर राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा।
पहले ट्वीट में वे नवनियुक्त सात मंत्रियों को सलाह देने के मूड में नजर आयी जबकि एक घंटे बाद किये गये दूसरे ट्वीट में उन्होने किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुये गन्ना मूल्य में की गई बढ़ोत्तरी को राजनीति से प्रेरित करार दिया। बसपा सुप्रीमो ने कहा, ‘बीजेपी ने कल यूपी में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे तब तक यहाँ चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी।
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