पूज्य गुरु जी ने शुरू करवाया 167वां मानवता भलाई कार्य, पढ़ें…

Ram Rahim News:
पूज्य गुरु जी ने शुरू करवाया 167वां मानवता भलाई कार्य, पढ़ें...

welfare works 167: सरसा/बरनावा। सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का पवित्र गुरु गद्दीनशीनी दिवस का शुभ भंडारा रविवार को सरसा सहित देश-दुनिया में डेरा सच्चा सौदा की करोड़ों साध-संगत ने एमएसजी महापरोपकार दिवस के रूप में धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया। शाह सतनाम-शाह मस्तान जी धाम व मानवता भलाई केंद्र डेरा सच्चा सौदा सरसा सहित देश के अलग-अलग राज्यों व विदेशों में 50 से अधिक देशों की साध-संगत ने आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से पावन भंडारे से जुड़ी। इस दौरान भीषण उमस भरी गर्मी के बावजूद साध-संगत में भारी उत्साह देखने को मिला, सभी पंडाल साध-संगत से जहां खचाखच भरे हुए थे, वहीं डेरा सच्चा सौदा की ओर आने वाले विभिन्न मार्गों पर कई-कई किमी. तक साध-संगत के काफिले ही नजर आ रहे थे।

इस पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के जिला बागपत स्थित एमएसजी डेरा सच्चा सौदा व मानवता भलाई केन्द्र शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा से सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से साध-संगत अपने पावन वचनों से लाभान्वित किया, जिसे साध-संगत ने अटूट श्रद्धाभाव के साथ श्रवण किया। पावन भंडारे के अवसर पर पूज्य गुरु जी द्वारा डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत द्वारा किए जा रहे 166 मानवता भलाई कार्यों की फेहरिस्त में एक कार्य और जोड़ा गया। 167वें कार्य के रूप में बढ़ते हृदय रोग (हार्ट अटैक) व कैंसर रोगों की रोकथाम के लिए ‘थिंक’ नामक कार्य शुरू किया।

जिसके तहत साध-संगत लोगों को स्वस्थ भोजन के बारे में बताएगी, ताकि नेचुरल इम्युनिटी बढ़े तथा कैंसर व दिल के रोगों से लोगों का जीवन बचाया जा सके। ‘थिंक’ की फुल फॉर्म के बारे में बताते हुए पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि टी यानी टैलिंग पीपल टू ईट, एच यानी हैल्दी फूड टू, आई यानी इंक्रीज, एन नैचुरल इम्युनिटी अंग्रेस्ट मैनी व के यानी काइडंस आॅफ कैंसर एंड हार्ट डीजीजिस। इस पर समस्त साध-संगत ने अपने दोनों हाथ खड़े कर इन कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का संकल्प किया। चिकित्सकों की ओर से लोगों को इन बीमारियों से बचने के लिए जागरूक भी किया गया। इसके अलावा साथी मुहिम के तहत अति जरूरतमंद निशक्तजन (दिव्यांग) को ट्राई साइकिल देकर उनका सहारा बनी। आशियाना मुहिम के तहत विभिन्न ब्लॉकों की साध-संगत की ओर से बनाकर दिए गए 9 मकानों की चाबियां भी पात्र परिवारों को सौंपी गई। इससे पूर्व समस्त साध-संगत ने धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा बोलकर पूज्य गुरु जी को एमएसजी महा परोपकार दिवस की बधाई दी।

छाया: सुशील कुमार।

रविवार को सुबह 9 बजे ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’’ का इलाही नारा बोलकर पावन एमएसजी महापरोपकार भंडारे की शुरूआत हुई। इसके पश्चात कविराजों ने भजन वाणी के माध्यम से साध-संगत को निहाल किया। इस अवसर पर सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से साध-संगत को एमएसजी महा परोपकार दिवस की बधाई देते हुए फरमाया कि एमएसजी आप सबको दृढ़ यकीन बख्शें तथा सुमिरन करके आप सच्ची खुशियां हासिल करें। बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज व परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने 23 सितंबर को जो परोपकार किया है, उसे साध-संगत और हम भंडारे के रूप में मनाते हैं। इस दौरान पूज्य गुरु जी ने गुरुगद्दी से संबंधी अनमोल लम्हों को साध-संगत के साथ शेयर किया। वहीं इस मौके पर डॉक्यूमेंट्री भी चलाई गई, जिसके माध्यम से पूज्य गुरु जी के बचपन संबंधी यादों और पावन गुरुगद्दी संबंधी रस्म को दिखाया। यह सब देखकर साध-संगत खुशियों से झूम उठी। अंत में पूज्य गुरु जी ने एक भजन भी सुनाया गया, जिस पर साध-संगत ने नाच गाकर खुशियां मनाई। इसके पश्चात साध-संगत को हलवे का प्रसाद और लंगर-भोजन खिलाया गया। पावन भंडारे के अवसर पर पानी, ट्रैफिक, लंगर-भोजन, सफाई, पंडाल, स्पीकर सहित सभी समितियों के सेवादारों ने बाखूबी अपनी सेवाएं निभार्इं।

बता दें कि 23 सितंबर 1990 को डेरा सच्चा सौदा के दूसरे गद्दीनशीन परम पिता शाह सतनाम जी महाराज ने पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को गुरु गद्दी की बख्शिश करके अपना रूप बनाया था। इस पूरे महीने को डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत देश-विदेश में पर्व की भांति हर्षोल्लास से मानवता भलाई के कार्य करके मनाती है।

पूज्य गुरु जी और आदरणीय बहन ने किया 1 लाख 37 हजार रुपए परमार्थ

एमएसजी महापरोपकार भंडारे के शुभ अवसर पर सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां और आपजी की सुपुत्री आदरणीय बहन हनीप्रीत जी इन्सां ने अपनी नेक मेहनत की कमाई में से जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए 1 लाख 37 हजार रुपए का परमार्थ किया। बता दें कि पूज्य गुरु जी हर अच्छे नेक कार्य को पहले स्वयं करते हैं और साध-संगत को करने के लिए प्रेरित करते हैं।

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