पश्चिमि बंगाल का रहने वाला है 55 साल का सुदर्शन
- 20 साल रेलवे विभाग में कर चुका है नौकरी, परिवार वाले छोड़ चुके थे मिलने की उम्मीद
केसरीसिंहपुर (सच कहूँ न्यूज)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा शुरू की गई इंसानियत मुहिम के तहत एक बार फिर ब्लॉक केसरीसिंहपुर (राजस्थान) के डेरा श्रद्धालुओं ने 20 साल से दर-बदर की ठोकरे खा रहे मंदबुद्धि सरकारी रेलवे कर्मचारी को उसके अपनों से मिलाकर इस कलयुग में इंसानियत की मिसाल पेश की है। जानकारी के अनुसार गत 10 दिन पहले शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के जवान राजेन्द्र इन्सां को ग्रीन मार्केट केसरीसिंहपुर के पास एक लावरिस हालत में मंदबुद्धि दिखाई दिया जो कई दिनों से भूखा था। राजेन्द्र इन्सां उसे तुंरत अपने घर लेकर आए और सबसे पहले नहला कर उसके कपड़े बदले। जिसके बाद उसे भरपेट भोजन खिलाया और उसकी अच्छे से देखभाल की। इस सेवा कार्य में हरजिन्द्र इन्सां, इंसान इन्सां, रानी इन्सां, अशोक इन्सां, देशराज शर्मा इन्सां ने भी सहयोग किया।
पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी में किया सुपुर्द
राजेन्द्र इन्सां ने सच कहूँ से बातचीत में बताया कि कई दिनों बाद मंदबुद्धि से पूछताछ में पता चला कि वह वार्ड-19 रेलवे रोड़, विष्णुपुर, जिला बनकुरा, पश्चिमिम बगाल का रहने वाला है और उसका नाम सुदर्शन है जो रेलवे विभाग में 20 साल तक कार्य कर चुका है। अचानक मानसिक स्थिति बिगड़ने के बाद वह घर से लापता हो गया था। डेरा अनुयायियों ने सुदर्शन के परिजनों को इसकी सूचना दी। जिसके बाद सुदर्शन का भाई मिलन लोहार उसे लेने आया। राजेन्द्र इन्सां ने उक्त व्यक्ति को केसरीसिंहपुर थाना प्रभारी गोपाल सिंह, नगर पालिका उपाध्यक्ष सोमनाथ नायक की मौजूदगी में भाई को सौंप दिया।
खो चुके थे भाई के मिलने की उम्मीद: मिलन लोहार
सुदर्शन इन्सां के भाई मिलन लोहार ने डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी व श्रद्धालु राजेन्द्र इन्सां का आभार जताते हुए कहा कि धन्य है डेरा अनुयायी जिनकी वजह से उसका भाई आज अपने घर लौट रहा है। मिलन लोहार ने कहा कि था दो साल से लापता होने पर हमने सुदर्शन को पाने की उम्मीद ही खो दी थी, लेकिन जब तक इस धरती पर आप जैसे मसीहा मौजूद हैं इंसानियत जिंदा रहेगी।
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