संगरूर : जागर सिंह इन्सां का पार्थिव शरीर मेडीकल रिसर्च के लिए दान

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सराहनीय प्रयास। ब्लॉक गुआरा के पहले शरीरदानी बने जागर सिंह इन्सां | Welfare Work

संगरूर/मालेरकोटला(सच कहूँ/गुरतेज जोशी)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संंत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां जी (Welfare Work) की पावन शिक्षाओं पर चलते जिला संगरूर मालेरकोटला नजदीक के ब्लॉक गुआरा के गांव गुआरा निवासी डेरा सच्चा सौदा के एक डेरा श्रद्धालु परिवार की ओर से अपने परिवारक सदस्य के मरणोंपरांत मृत देह को मैडीकल रिसर्च के लिए दान कर दिया है। प्राप्त जानकारी अनुसार प्रेमी जागर सिंह इन्सां पुत्र रल्ला सिंह निवासी गांव गुआरा जिसका किसी बीमारी के कारण देहांत हो गया था, पारिवारिक सदस्यों ने अपनी सहमति से प्रेमी जागर सिंह इन्सां की मृत देह को मैडीकल रिसर्च के लिए भारती मैडीकल कॉलेज मेरठ (यूपी) को दान कर दिया।

गणमान्यजनों ने इस अनोखे काम की भरपूर प्रशंसा की

जागर सिंह इन्सां ने गांव गुआरा और ब्लाक गुआरा के पहले शरीरदानी होने का गौरव हासिल किया है। गतदिवस दोपहर बाद पारिवारिक सदस्यों व उपस्थित साध-संगत और संबंधित रिश्तेदारों ने जागर सिंह के पार्थिव शरीर को फूलों के साथ सजाई गाड़ी में मैडीकल रिसर्च के लिए रवाना किया। इस मौके जिला 25 मैंबर ब्लाक गुआरा व ब्लॉक अमरगढ़ के जिम्मेदार, सात सुजान बहनें, मैंबर शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैलफेयर फोर्स विंग, मैंबर आईटी विंग व ब्लॉकों की साध-संगत उपस्थित थी।

डेरा श्रद्धालुओं द्वारा मरणोंपरांत शरीरदान करना प्रशंसनीय प्रयास : डॉक्टर

शरीरदानी जागर सिंह इन्सां के भतीजे मनप्रीत सिंह इन्सां पंद्रह मैंबर ने बताया कि पूज्य गुरू जी के वचनों अनुसार शरीरदानी जागर सिंह इन्सां ने मरणोंपरांत शरीरदान करने के फार्म भरे हुए थे, हमने पूरे परिवार की सहमति से पूज्य गुरू जी के वचनों पर अमल करते यह शरीर दान किया है। उल्लेखनीय है कि इस गांव व ब्लॉक में से पहला शरीरदान होने पर गांव के गणमान्यजनों ने इस अनोखे काम की भरपूर प्रशंसा की।

  • इस नेक कार्य संबंधी भारती मैडीकल कॉलेज मेरठ (यूपी) के डॉक्टर ने फोन पर बातचीत करते कहा
  • कि डेरा श्रद्धालुओं की ओर से मरणोंपरांत शरीरदान करना एक बहुत ही बड़ा प्रयास है।
  • ऐसा कार्य लाखों लोगों में से कोई -कोई ही करता है यह बहुत ही प्रशंसनीय कार्य है,
  • उन्होंने कहा कि इस पार्थिव शरीर पर हमारे कॉलेज में विद्यार्थी रिसर्च कर
  • बीमारियों का पता लगाकर अन्य व्यक्तियों की जिंदगीयों को बचाने में मदद मिलेगी।
  • इस प्रशंसनीय कार्य का श्रेय उन्होंने पूज्य गुरू जी को दिया।

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