सराहनीय प्रयास। ब्लॉक बठोई-डकाला का एक और डेरा श्रद्धालु शरीरदानियों की सूची में शामिल | Body Donate
- शरीरदानी राम लाल इन्सां के पार्थिव शरीर को बेटों ने दिया कंधा
पटियाला/डकाला(सच कहूँ/नरिन्दर सिंह चौहान, राम स्वरूप पंजोला)। डेरा सच्चा सौदा की ओर से मानवता भलाई के लिए बनाए गए ब्लाक बठोई-डकाला अधीन आते गांव बठोई खुर्द के डेरा श्रद्धालु परिवार ने प्रेमी राम लाल इन्सां की इच्छा अनुसार उनका पार्थिक शरीर मैडीकल रिसर्च के लिए (Body Donate) दान कर डेरा सच्चा सौदा की ओर से चलाए जाते 134 मानवता भलाई कार्यों में सहयोग दिया है। मृत देह को लेजाने वाली गाड़ी को डेरा सच्चा सौदा के सेवादार देश राज इन्सां ने रवाना किया। शरीरदानी राम लाल इन्सां की मृत देह को आॅल इंडिया इंस्टीच्युूट आफ मैडीकल विज्ञान ऋषिकेश (उत्तराखंड) लेजाया गया।
जानकारी अनुसार प्रेमी राम लाल इन्सां डेरा सच्चा के साथ पिछले काफी समय से जुड़े हुए थे और इन्होंने अपना पूरा परिवार भी डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ा हुआ था। शरीरदानी राम लाल इन्सां ने पूज्य गुरू जी से प्रेरणा लेकर बहुत से परिवारों को डेरा सच्चा सौदा के साथ जोड़ा। प्रेमी राम लाल इन्सां शाह सतनाम जी ग्र्रीन वैलफेयर फोर्स विंग के सदस्य भी थे।
पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां जी की पवित्र प्रेरणाओं पर चलते प्रेमी राम लाल इन्सां ने मरणोंपरांत अपना सरीरदान करने का फार्म भरा हुआ था और उनकी इच्छा अनुसार उनके पारिवारिक सदस्यों ने उनके शरीर को मैडीकल रिसर्च के लिए दान कर नई मिसाल कायम की है। इस मौके उनकी अर्थी को कंधा उनके बेटे सेवादार देशराज इन्सां, जनकराज इन्सां, धर्मपाल इन्सां व कर्मचंद इन्सां ने दिया।
‘प्रेमी राम लाल इन्सां अमर रहे’ के नारों के साथ दी अंतिम विदाई
- साध-संगत ने ‘प्रेमी राम लाल इन्सां अमर रहे, अमर रहे’ के नारों के साथ अंतिम विदाई दी।
- इस मौके गांववासी राम लाल इन्सां के परिवार द्वारा किए गए कार्य की खूब प्रशंसा कर रहे थे।
- गांववासियों ने कहा कि आज के समय में तो कोई जीते जी किसी के काम नहीं आता।
- इन्होंने तो मरने के बाद अपना शरीरदान कर मानवता भलाई के लेखे लगा दिया है।
- अपने आप में प्रशंसा योग्य कार्य है।
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