हनुमानगढ़। जल संसाधन भाखड़ा-सिद्धमुख रेगुलेशन खण्ड की ओर से गुरुवार को भाखड़ा प्रणाली की नहरों का साप्ताहिक वरीयताक्रम जारी किया गया। यह वरीयताक्रम 30 दिसम्बर से 7 जनवरी तक प्रभावी रहेगा। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रत्येक नहर आठ दिन पूरी चलाने के बाद बंद कर दी जाएगी।
30 दिसम्बर से 7 जनवरी तक रहेगा प्रभावी
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जोड़कियां (जेआरके) नहर में 180 क्यूसेक, संगरिया (एसएनजी) में 186, भगतपुरा (बीजीपी) में 224, सूरतगढ़ (एसटीजी) में 344, नगराना (एनजीडी) में 352, लीलांवाली (एलएलडब्ल्यू) में 600, भाखरांवाली (बीकेडब्ल्यू) में 650, करनीसिंह (केएसडी) में 1005, मम्मडख़ेड़ा (एमएमके) में 1200, पीलीबंगा (पीबीएन) में 1435, लोंगवाला (एलजीडब्ल्यू) में 1550, नवां-सतीपुरा (एनडब्ल्यूएन) में 1561, रोड़ांवाली (आरआरडब्ल्यू) में 1574, अमरपुरा (एएमपी) में 1667, मोरजण्डा (एमजेडी) में 1877, रतनपुरा (आरटीपी) में 1888, नाथवाना (एनटीडब्ल्यू) में 1916, प्रतापपुरा (पीटीपी) में 2021, हरिपुरा (एचआरपी) में 2034, दीनगढ़ (डीएनजी) में 2047, सूरतपुरा (एसटीपी) में 2056 व मोडिया (एमओडी) नहर में 2216 क्यूसेक पानी प्रवाहित होगा।
नहरों में पानी के उतार-चढ़ाव को देखते हुए अगर किसी नहर के रेगुलेशन में बदलाव करना पड़ा तो भाखड़ा सिद्धमुख रेगुलेशन खंड व जल संसाधन खंड प्रथम/द्वितीय के अधिशाषी अभियंता से विचार-विमर्श के बाद व्यवस्था की जाएगी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक वास्तविक पानी संबंधित अधिशाषी अभियन्ता की मांग अनुसार चलाया जा रहा है, यह कभी भी कम किया जा सकता है।
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