राहत: ट्रायल के तौर पर लुधियाना स्टेशन पर लगाई गई छह मशीनें
- मशीनें मुहैया करवा रही हैं ठंडा व सस्ता पानी
- यात्रियों ने रेलवे स्टेशन पर मशीनें बढ़ाने की मांग की
लुधियाना (रघबीर सिंह)। कहर की गर्मी में रेलवे स्टेशन पर साफ, ठंडा व सस्ते पानी के लिए जूझते यात्रियों के लिए रेलवे विभाग ने लुधियाना के स्टेशन पर लगाई गई वाटर वैंडिंग मशीनें वरदान साबित हो रही हैं। इनसे यात्री एटीएम की तर्ज पर सिक्के डालकर पानी लेते हैं। रेलवे की आईआरसीटीसी ने फौंटस नाम की कंपनी के साथ इकरार करके यह मशीनें लगाईं हैं।
छुटे नहीं तो कोई चिंता नहीं
हर मशीन में 110 लीटर की टंकी लगी हुई है, जिसमें से पानी मशीन के साथ लगे फिल्टर व वाटर कूलर से होकर ग्राहकों तक पहुंचता है। एक रुपए में ग्राहक को 300 मिलिलीटर यानि एक गिलास पानी, 3 रुपए में आधा लीटर, 5 रुपए में एक लीटर, 8 रुपए में 2 लीटर और 20 रुपए में 5 लीटर पानी मिलता है। खुले रूपए न होने पर ग्राहक मशीन पर तैनात कर्मचारियों से एक से पांच रुपए तक के सिक्के ले सकता है।
यहां-यहां लगी मशीनें
लुधियाना रेलवे स्टेशन पर ट्रायल के तौर पर 6 मशीनें लगाई गई हैं, जहां से यात्री 5 रुपए में एक लीटर पानी खरीद रहे हैं। 6 मशीनों में से प्लेटफार्म एक पर 2, प्लेटफार्म 2 पर 2, प्लेटफार्म 4 पर 1 और प्लेटफार्म 6 पर एक मशीन लगाई है।
रेलवे का प्रशंसनीय कदम
मशीन पर पानी भरने आए यात्री हरिओम निवासी बस्ती यूपी, जसपाल अग्रवाल और शलिन्दर सिंह अमृतसर ने कहा कि स्टेशन पर स्वच्छ पानी की मशीनों के स्थापित किए जाने से यात्रियों को गर्मी में साफ, ठंडा व सस्ता पानी मिलने से राहत मिली है। रेलवे का यह कदम सराहनीय है। उन्होंने स्टेशन पर इन मशीनों की संख्या बढ़ाने की मांग की।
रात के समय आॅटो मोड पर चलती है मशीन
मशीन पर तैनात कर्मचारी राहुल यादव ने बताया कि ग्राहक अपने बर्तनों में उक्त दरों पर पानी भर सकता है। यदि ग्राहक के पास बर्तन नहीं है तो मशीन से बोतल, गिलास या पांच लीटर की केन भी खरीद सकता है। मशीन 24 घंटे खुली रहती है। दिन के समय मशीन पर एक कर्मचारी मौजूद रहता है, जबकि रात के समय मशीन को आटो मोड पर लगाकर मशीन का दरवाजा बंद कर दिया जाता है। ग्राहक मशीन में सिक्के डालकर जरूरत अनुसार पानी भर सकता है।
बिजली जाने पर बंद हो जाती है मशीन
रेलवे स्टेशन पर लगी पानी वाली मशीनें तब तक ही पानी देंगी जब तक बिजली है। जब बिजली बंद हो गई तो वाटर वैंडिंग मशीनें पानी देना बंद कर देती हैं। गर्मी में यात्रियों को बिजली जाते ही पानी न मिलने पर परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्टेशन पर लगी 6 मशीनों में केवल दो मशीनें ही ऐसीं हैं जो बिजली बंद होने पर भी चलती रहती हैं। इन दो मशीनों में कंपनी ने यूपीएस लगाए हुए हैं जो बिजली जाने की स्थिति में भी मशीनों को चालू रखते हैं।
कई बार सिक्का डालने पर नहीं निकलता पानी
कई यात्रियों ने शिकायत की कि कई बार सिक्का डालने पर मशीन से भी पानी नहीं निकलता और उनके पैसे व्यर्थ चले जाते हैं। इस संबंधी मशीन पर तैनात कर्मचारी राहुल यादव ने बताया कि कई यात्री सिक्का डालने पर ही हरा बटन दबा देते हैं, जबकि सिक्का डालने के बाद मशीन पर लगे डिस्पले बोर्ड पर ‘कृपा करके इन्तजार करो’ (प्लीज वेट) लिखा आता है। 2 सैंकिड से 5 सैकिंड के बाद प्रैस बटन आने पर हरा बटन दबाने पर पानी जरूर निकलता है।
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