जाखल। (सच कहूँ/तरसेम सिंह) जिले से होकर गुजरती घग्घर नदी में इस बार जुलाई महीने में ही पानी आ गया है। इससे तटीय खेतों में सिंचाई हेतु किसानों के चेहरे खिल गए। सिचाई विभाग के गेज मापक बीरबल सैनी के मुताबिक बुधवार को चांदपुरा साईफन पर सुबह 5350 क्यूसिक पानी बह रहा था वहीं शाम को 8540 क्यूसिक आया है। इसके अलावा इसके सहायक रंगोली नाले में भी पानी बहने लगा है। जबकि नदी की क्षमता 40 हजार क्यूसिक के करीब हैं।
ऐसे में अभी पहाड़ों में अच्छी बारिश हुई है। ऐसे में नदी में पानी का बहाव तेज होगा और पानी का स्तर भी बढ़ेगा। जिसका विस्तृत क्षेत्र को लाभ मिलेगा। वैसे सिचाई विभाग घग्घर में पानी का आगमन जुलाई माह के शुरूआत में ही मानता है। शिवालिक की पहाड़ियों में बारिश होने की वजह से घग्गर नदी में रूटीन का पानी बह रहा है। लेकिन किसानों का कहना है की वैसे तो धान के खेतों में अभी सिंचाई हेतु पानी की जरूरत है उनके लिए इस बरसाती पानी का पूरा लाभ मिलेगा।
घग्गर नदी में न डाला जाए गंदा पानी: उपायुक्त
जिलाधीश एवं उपायुक्त प्रदीप कुमार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि गांव शहर का दूषित पानी किसी भी सूरत में घग्गर में न डाला जाएं। उन्होंने पंचायती राज विभाग को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि गांव के गंदे पानी की निकासी का डिस्पोजल घग्गर में न करके अन्य स्थान पर किया जाए। उपायुक्त ने कहा कि प्रदूषण गंभीर समस्या है। गांव के गंदे पानी और फैक्ट्रियों के प्रदूषित जल से घग्गर नदी प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
पहाड़ी क्षेत्रों व अन्य जगहों पर बरसात होने से घग्घर नदी में पानी आया है। हालांकि बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है। फिर भी प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की हुई है। समय-समय पर तटबंध क्षेत्रों का निरीक्षण कर जायजा लिया जा रहा है।
-पवन नैन, जेई सिचांई विभाग, टोहाना।