नागौर। राजस्थान में मई महीने में भीषण गर्मी पड़ती है, लेकिन इस (Storm) बार इस महीने में यहां सावन जैसी बरसात देखने को मिल रही है। वहीं नागौर के खत्री पुरा में 6 सेकंड में एक मोबाइल टावर गिर गया। इसका वीडियो भी सामने आया हैं। जिले में बारिश के कारण कई पेड़ गिरने से हादसे भी हुए हैं। आइयें देखते हैं वीडियो
हरियाणा में तूफान के बाद आई बारिश बिजली गुल, लोग परेशान | Storm
हरियाणा प्रदेश में पिछले 4 दिनों से मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। इस दौरान तेज हवा के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो रही है तो वही हरियाणा व राजस्थान में गर्मी व सर्दी के मामले में मशहूर हिसार व चूरू में तेज तूफान देखने को मिले। हिसार सहित विभिन्न क्षेत्रों में मंगलवार देर सांय तेज तूफान चला।
इस तूफान के बाद देर सांय आई तेज बारिश से हिसार शहर जलमग्न हो गया। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की वेधशाला में दर्ज किए गए रिकॉर्ड के अनुसार हिसार शहर में 32 एमएम बारिश हुई। प्री मॉनसून व मॉनसून से पहले हुई इस बारिश ने जिला प्रशासन के उन सभी दावों की पोल खोल कर रख दी। जिसमें पानी निकासी के प्रबंध करने का दावा किया जा रहा था। इससे पहले एक बार तो इतनी तेज हवा चली कि राहगीरों को अपने वाहनों को सड़क किनारे रोकना पड़ा तो कुछ राहगीर अपने वाहनों की लाइट जला कर चलते नजर आए।
ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लैक आउट,वृक्ष गिरे | Storm
इस तूफान से ग्रामीण क्षेत्रों में जहां रास्तों पर वृक्ष गिर गए तो वही बिजली के खंभे गिरने से बिजली बाधित हो गई। किसी भी आंदोलन में जिस प्रकार सबसे पहले शोषित वर्ग ही सबसे अधिक पीड़ित होता है। ठीक उसी प्रकार मौसम खराब होने पर भी सबसे ज्यादा प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिलता है। क्योंकि शहरों में तो बिजली ठीक करने के लिए मोबाइल टीमों का गठन होता है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा कुछ भी नहीं है।
आंधी- तूफान के दिनों में अक्सर हमेशा देखने को मिलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में तीन तीन दिन तक बिजली का ब्लैकआउट बना रहता है। जबकि कागजों में काम सरपट दौड़ता रहता है। लेकिन सच्चाई जो हम बता रहे हैं यही है। वैकल्पिक ईंधन के तौर पर सीएनजी तो आजकल लगभग जिले में पहुंच गई है। लेकिन सी एन जी एक विशेष प्रेशर से भरी जाती है। जब भी तभी तूफान आता है तो सीएनजी पंप के बाहर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें नजर आती हैं। मंगलवार को भी भी ऐसा ही हुआ। हिसार से लेकर बहादुरगढ़ तक हर पंप के बाहर बिजली न होने की बात कहकर सीएनजी नहीं दी गई, क्योंकि जनरेटर में सोलर के विकल्प से सीएनजी नहीं भरी जा सकती। Storm