15-16 को मौसम फिर होगा खुश्क,बढ़ेगा तापमान | punjab weather
हिसार सच कहूँ/संदीप सिंहमार। देश के दक्षिणी राज्यों में मॉनसून की दस्तक के बीच उत्तरी-पूर्वी व पश्चिमी क्षेत्रों के लिए जलवायु परिवर्तन की वजह से मौसम विभाग के प्रतिदिन नए अपडेट जारी हो रहे हैं। इन राज्यों के लिए अभी तक स्टिक रुप से प्री मॉनसून की संभावित तिथि भी जारी नहीं की गई है। IMD Alert
भारत मौसम विभाग व चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के नए बुलेटिन के अनुसार अब 14 जून तक मौसम परिवर्तनशील बना रहेगा। 14 जून तक एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों में गरज चमक के साथ हल्के से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है।
शनिवार दोपहर बाद परिवर्तनशील हुआ मौसम के रविवार तक विभिन्न रंग देखने को मिले। कहीं तेज हवा चली तो, कहीं इस हवा ने तूफान का रूप धारण कर लिया। कहीं पर हल्की बारिश हुई तो, कहीं पर तेज बारिश भी हुई। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि का भी सामना करना पड़ा। इस बदले मौसम का असर अकेले हरियाणा में ही नहीं बल्कि पंजाब राजस्थान व दिल्ली एनसीआर में भी देखने को मिला। 14 जून तक के नए मौसम बुलेटिन के अनुसार भी इन सभी राज्यों में हल्की बूंदाबांदी व रात के वक्त तेज हवा चल सकती है।
तूफान-बारिश के बाद भी पारा 40 के पार | IMD Alert
पश्चिमी विक्षोभ व मॉनसूनी हवाएं दक्षिण भारत में में प्रवेश करने के बावजूद भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। शनिवार को दोपहर बाद व रात को बारिश होने के बाद पंजाब, हरियाणा ,राजस्थान व दिल्ली एनसीआर में ह्यूमस की स्थिति बन गई। जिसके कारण रात्रि को न्यूनतम तापमान में तो गिरावट दर्ज की गई लेकिन सुबह होते ही रविवार को एक बार फिर अधिकतम तापमान में उछाल आया।
हिसार सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुबह का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। अंधड़ व बारिश के बावजूद भी अधिकतम तापमान अपने आप में यह एक रिकॉर्ड है। सूरज की तपिश से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि दिन में अधिकतम तापमान में इससे भी अधिक बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन इस दौरान आंशिक रूप से कहीं-कहीं बादल भी छाए रहेंगे व हल्की बारिश की संभावना भी बनी रहेगी।
आज विपरजॉय लेगा भयंकर चक्रवात का रूप | Rajasthan Weather
पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बने विपरजॉय चक्रवात भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। जिसका पूरा असर भारतीय मॉनसून पर पड़ रहा है। भारत मौसम विभाग के नए मौसम बुलेटिन के अनुसार आज विपरजॉय चक्रवात भयंकर समुद्री चक्रवात का रूप लेगा। जिसका असर भारतीय तटों के साथ-साथ पाकिस्तान तक देखने को मिलेगा। गोवा व महाराष्ट्र सहित विभिन्न समुद्री तटों पर सैलानियों के आवागमन पर फिलहाल रोक लगा दी गई है, क्योंकि समुंद्र में उठने वाली ऊंची लहरों से समुद्री तटों पर व साथ लगते मैदानी इलाकों पर इन लहरों से नुकसान हो सकता है। दूसरी तरफ इस भयंकर चक्रवात का असर भारतीय मॉनसून पर भी पड़ेगा। इस चक्रवात के कारण मॉनसून की गति धीमी पड़ जाएगी।
उत्तर भारत में 30 जून के आसपास सक्रिय होगा मॉनसून | IMD Alert
इस बार दक्षिण पश्चिमी मॉनसून एक सप्ताह देरी से केरल के तट पर पहुंचा है। दूसरी तरफ समुद्री चक्रवात ने मॉनसून के गति को धीमा कर दिया है। यही सबसे बड़ी वजह है कि हरियाणा,पंजाब राजस्थान व दिल्ली सहित संपूर्ण उत्तर भारत में मॉनसून 30 जून के आसपास पहुंच सकता है। तब तक इन सभी राज्यों में पश्चिमी विक्षोभ वह इसके बाद प्री-मॉनसून का असर देखने को मिलेगा। जिसकी वजह से हल्के से मध्यम स्तर की बारिश होती रहेगी।
जून मध्य में सताएगी गर्मी
14 जून तक पश्चिमी विक्षोभ का असर रहने से उत्तर भारतीय राज्यों में तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर देखने को मिलेगा। लेकिन इसके तुरंत बाद 15-16 जून के आसपास गर्मी का असली रूप देखने को मिल सकता है। एक बार फिर दिन का अधिकतम तापमान बढ़ने व तेज हवा चलने से हीटवेव चलने की भी संभावना है।
मौसम पूर्वानुमान| IMD Alert
मौसम आमतौर पर 14 जून तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान एक पश्चिमिविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 14 जून तक राज्य के उत्तर व पश्चिमी क्षेत्रों में कहीं कहीं हवाएँ चलने तथा गरज चमक के साथ छिटपुट बूंदाबांदी आने की संभावना है। परंतु दक्षिणी हरियाणा में बीच बीच में आंशिक बादल व गर्म मौसम सम्भावित। परंतु 15 व 16 जून को भी मौसम खुश्क तथा तापमान में हल्की बढ़ोतरी होने की संभावना है।