हरियाणा के कई जिलों के विद्यार्थी यूक्रेन में फंसे
कुरुक्षेत्र(सच कहूँ/देवीलाल बारना)। यूक्रेन में रूस के हमले के चलते हरियाणा से एमबीबीएस करने यूक्रेन गए छात्रों के परिजनों को चिंता सता रही है। हरियाणा के विभिन्न जिलों से सैंकड़ों बच्चे एमबीबीएस करने के लिए यूक्रेन गए हैं। हालांकि काफी समय दोनो देशों के बीच चल रहे विवाद के बीच काफी बच्चों को पहले ही वापिस बुला लिया गया था लेकिन इसके बावजूद अनेकों बच्चे अभी भी यूके्रन में हैं। ऐसे में परिजनों की चिंता लाजती है व परिजन अपने बच्चों से संपर्क साधे हुए हैं। परिजनों ने सरकार से इन छात्रों को वापिस बुलाने की मांग की है। उधर दूसरी और कोरोना के चलते यूक्रेन से छुट्टी पर आये कई छात्रों ने वापिस जाने की टिकट रद्द करवा दी है। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में वे वापिस नहीं जाना चाहते है। वे अब अपने परिवार के साथ ही रहना चाहते है।
देर रात तक तक बेटी से बात कर स्थिति के बारे पूछते हैं पिता बलवान
कुरुक्षेत्र से बलवान शर्मा सरकारी अध्यापक हैं इनकी बेटी यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए गई है लेकिन अब यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के बीच परिवार में भी तनाव का माहौल बना हुआ है। वह रात देर तक अपनी बेटी से बात करते रहते हैं और वहां की स्थिति का जायजा लेते रहते हैं। बलवान शर्मा का कहना है कि सरकार को उनके बच्चों के बारे में सोचना चाहिए और कैसे भी कर उन्हें भारत वापस लेकर आना चाहिए। शर्मा ने कहा कि यूक्रेन में रह रहे बच्चे तनाव में है। वहीं बताया जा रहा है कि कुरुक्षेत्र से दर्जनों बच्चे यूक्रेन में पढाई के लिए गए हुए हैं।
विद्यार्थी के अनुसार, ठीक नहीं है हालात
एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए विदेश भेजने वाली स्पेशलिस्ट डॉ. कामिनी आसरी ने बताया कि उनके माध्यम से जींद जिले से 68 विद्यार्थी यूक्रेन एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए गए हुए हैं। जिलेभर से सैकड़ों विद्यार्थी यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे हैं। उनके पास बार-बार अभिभावकों के फोन आ रहे हैं। वह यूक्रेन में विद्यार्थियों के लगातार संपर्क में है। विद्यार्थी बता रहे हैं कि वहां हालात ठीक नहीं हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों की चिंता है। उन्होने केंद्र सरकार से मांग की है कि अगर वाकई में यूक्रेन में युद्ध की स्थिति है और वहां पढ़ाई कर रहे सभी भारतीय छात्रों को वापस सुरक्षित लाने की व्यवस्था की जाए। वहीं यूकेद्र पढाई करने गए परीक्षित की मां सोमेश का कहना है कि बच्चे वहां डरे हुए है। सरकार को कुछ करना चाहिए ताकि बच्चे सुरक्षित महसूस कर सकें।
अपने बच्चों को लेकर हैं चिंतित
कुरुक्षेत्र जिले के गांव टकोरन निवासी सुरजीत सिंह ने कहा कि उसकी बेटी भी एमबीबीएस की पढाई यूक्रेन में कर रही हैं लेकिन हालात को देखते हुए कुछ समय पहले उन्होने बेटी को वहां से बुला लिया था। सुरजीत ने बताया कि उसकी भांजी इसी वर्ष यूके्रन में पढाई के लिए गई हैं। परिवार बेटी के साथ संपर्क बनाए हुए है। जिस शहर में वे रह रही हैं, वहां किसी प्रकार के कोई हमले की बात सामने नही आई है लेकिन वे अपने भविष्य व अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्होने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले से काफी बच्चे यूके्रन में पढाई कर रहे हैं। सभी बच्चों के परिजन युद्ध की स्थिति को लेकर बहुत चिंतित हैं।
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