नई दिल्ली: संसद का मानसून सेशन सोमवार से शुरू हो रहा है। देश का 14वां राष्ट्रपति चुनने के लिए सोमवार को ही वोटिंग होगी। एनडीए के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और विपक्ष की मीरा कुमार के बीच मुकाबला है।
63% मतों के साथ कोविंद की जीत तय मानी जा रही है। सांसदों के लिए संसद भवन में, जबकि विधायकों के लिए उनके राज्यों की विधानसभाओं में वोट डालने की व्यवस्था की गई है। वोटिंग सुबह 10 से शाम 5 बजे तक चलेगी।
कोविंद की जीत पक्की!
बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है, जिसके अगले दिन यानी 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति पदभार ग्रहण करेंगे। सियासी समीकरणों को देखें तो इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की जीत पक्की मानी जा रही है।
राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल दोनों उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार दलित समुदाय से आते हैं और उन्होंने देशभर में घूम-घूम कर विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है।
आंकड़ों की बात की जाए तो बिहार के पूर्व राज्यपाल कोविंद की दावेदारी मजबूत नजर आ रही है, क्योंकि उन्हें एनडीए के अलावा जेडीयू और बीजू जनता दल (बीजेडी) जैसे विपक्षी दलों का भी समर्थन हासिल है।
एनडीए के 16 दल और 6 अपोजिशन पार्टियां भी कोविंद के साथ
- राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के लिए 50% वोट चाहिए।
- एनडीए के पास 48% वोट हैं। एनडीए को जो पार्टियां समर्थन दे रही हैं, उनके 15% वोट हैं।
- यूपीए+विपक्ष के पास 34% वोट हैं। अन्य के पास 3% वोट हैं।
कितने वोट जरूरी
- किसी भी दल को अपनी पसंद का प्रेसिडेंट बनाने के लिए 50% यानी 5,49, 442 वोटों की जरूरत है।
- टोटल MLAs: 4120
- टोटल MPs: 776
- MLAs की वोट वैल्यू: 5,49,474
- MPs की वोट वैल्यू: 5,48,408
- टोटल वोट वैल्यू: 10,98,882
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