Vitamin D Deficiency Symptoms: आज के दौर में अनियमित दिनचर्या के कारण विटामिन डी की कमी का होना आम बात है। क्योंकि ज्यादातर लोग घरों में ही घुसे रहते हैं या अधिक समय तक आॅफिस में व्यस्त रहते हैं। धूप तो उन्हें छू भी नहीं पाती यानि बहुत ही कम समय वे धूप में बिताते हैं। जबकि धूप को विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो हमें हर रोज कम से कम 10-15 मिनट धूप में जरूर बैठना चाहिए, जिससे हमारे शरीर के अंदर विटामिन डी की भरपूर मात्रा रहे और हमारा शरीर विटामिन डी की कमी होने वाली बीमारियों से बचा रहे।
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विटामिन डी जिसे सन बाथ के नाम से भी जाना जाता है, वो इसलिए क्योंकि धूप में हमारा शरीर पूरा नहा जाता है। वैसे तो विटामिन डी की कमी पुरुष और महिला दोनों में पाई जा सकती है। लेकिन पुरुषों की तुलना में महिलाएं विटामिन की कमी से ज्यादा जूझती हैं और यह उनके लिए ज्यादा घातक भी सिद्ध हो सकती है। महिलाओं के शरीर के हार्मोन्स का संतुलन जल्दी बिगड़ने यह उनमें यह ज्यादा घातक सिद्ध हो सकता है। Vitamin D Deficiency Symptoms
एक्सपर्ट्स के मुताबिक विटामिन डी का कार्य भी हमारे शरीर में हार्मोन की तरह ही होता है। यह शरीर में अन्य हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। किसी कारणवश अगर महिलाओं में विटामिन डी की कमी हो जाती है, तो उन्हें ऐसी स्थिति में हार्मोनल असंतुलन के साथ अन्य विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। विटामिन डी की कमी और इसके लक्षण महिलाओं के शरीर में आसानी से देखने को मिल सकते हैं। इस लेख के माध्यम से आज हम आपको महिलाओं में होने वाली विटामिन डी कमी के लक्षण और उस कमी को कैसे दूर किया जा सकता है उसके कुछ आसान से उपाय बताने जा रहे हैं…
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महिलाओं में विटामिनडी की कमी के लक्षण| Vitamin D Deficiency Symptoms
- शरीर थका थका सा रहना
- हड्डियों व जोड़ों में दर्द
- मांसपेशियों में कमजोरी
- मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन
- मूड चेंज या चिड़चिड़ापन रहना
- चिंता, तनाव और डिप्रेशन
- पीसीओएस एवं थायराइड
इन समस्याओं से बचने के उपाय: Vitamin D Deficiency Symptoms
हर रोज नियमित रूप से सुबह या शाम 10-15 मिनट धूप में जरूर बैठना चाहिए। अपनी दिनचर्या में विटामिन डी से भरपूर भोजन जैसे दूध, मशरूम, दही, पनीर, फैटी डिश आदि शामिल करें। विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए हेल्दी फैट्स का सेवन किया जा सकता है, जिसकी मदद से हमारा शरीर धूप से प्राकृतिक रूप से विटामिन डी बनाने में सक्षम होगा।
विटामिन डी की कमी होने पर कोशिश करें कि अपनी दिनचर्या में प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स शामिल करें, क्योंकि ये आंतों में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाते हैं। इससे पाचन तंत्र सुधरता है और भोजन से पोषक तत्वों के अवशोषण की प्रक्रिया भी बेहतर बनती है। विटामिन डी युक्त सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करें। इसके लिए आप किसी डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।