बेटे बृजेंद्र सिंह को हिसार से चुनाव लड़वाना चाहते हैं वीरेंद्र सिंह | Hisar News
हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। Hisar News: पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह शुक्रवार को एक बार फिर कांग्रेस ज्वाइन करने जा रहे हैं। वीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन करने को लेकर खुद पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जब वह कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे, तब उन्होंने कांग्रेस की बुराई नहीं की थी। अब वह भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं तो भी भाजपा की बुराई नहीं की जाएगी।
क्योंकि किसी भी राजनीतिक पार्टी की बुराई करना हमारा मकसद नहीं है। हमने हमेशा सभ्य राजनीति की है। पूर्व केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ उनका कोई राजनीतिक मतभेद नहीं है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा की राजनीति में बड़ा नाम है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की 10 सीटों पर अच्छी जीत दर्ज होगी। लेकिन भाजपा की तरह हम 75 सीटों का नारा नहीं देंगे। अपने बेटे एवं पूर्व सांसद बृजेंद्र के लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता हिसार से कांग्रेस की सीट पर चुनाव लड़ना है, बाकी कांग्रेस पार्टी जहां से भी टिकट देगी वह चुनाव लड़ेंगे। Hisar News
भाजपा के 400 पर के नारे को लेकर उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी चुनावी मैदान में जाती है तो अपनी जीत का दावा बड़ा ही करती है। लेकिन इस समय प्रदेश में सच्चाई कुछ और है। केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर चौधरी वीरेंद्र सिंह ने तंज करते हुए कहा कि अगर परिवर्तन निदेशालय को दिल्ली के सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार करना था तो 6 महीने पहले ही गिरफ्तार कर लेना चाहिए था। जननायक जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जिस दिन भाजपा और जननायक जनता पार्टी का गठबंधन टूटा और नई सरकार बनी।
तब गठबंधन न होते हुए भी गठबंधन ही नजर आ रहा था। उन्होंने कहा कि जननायक जनता पार्टी भारतीय जनता पार्टी की बी टीम नहीं है, बल्कि जननायक जनता पार्टी बेंच पर बैठकर भाजपा की रिजर्व टीम है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सोच समझकर जननायक जनता पार्टी के माध्यम से लोकसभा उम्मीदवार उतारेगी। ताकि उनको इसका फायदा मिल सके। हरियाणा में सीएम बदले जाने पर टिप्पणी करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जब खाट की रस्सी टूटे लगती है तो उसमें नई रस्सी डालनी पड़ती है, ऐसा ही नई सरकार के साथ हुआ है। Hisar News
यह भी पढ़ें:– Lok Sabha Election 2024: होम वोटिंग के लिए 68 हजार बुजुर्गों ने विकल्प चुना