मुख्य मार्ग पर गांवों के लिए रास्ता नहीं छोड़ने पर फूटा गुस्सा
- प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारेबाजी
- संघर्ष को तीव्र करने की दी चेतावनी
बरनाला (सच कहूँ न्यूज)। गांव हरीगढ़ व गांव भूरे के लोगों ने अपने गांवों के लिए राष्ट्रीय मुख्य मार्ग पर रास्ता नहीं मिलने के रोष स्वरूप बठिंडा-चंडीगढ़ राष्ट्रीय मुख्य मार्ग को जाम करके धरना लगाया।
इस दौरान ग्रामीणों ने पंजाब सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। रोष धरने को विभिन्न पार्टियों, उगराहा, कामरेड व डकौंदा ग्रुप की तरफ से पूर्ण तौर पर सहयोग दिया।
इस अवसर पर सरपंच मलकीत सिंह, उगराहां के ब्लाक अध्यक्ष सुखविंदर सिंह, दर्शन सिंह कामरेड, कुलवंत सिंह, पंच मलकीत सिंह, रघवीर सिंह, मक्खन सिंह, प्रेम सिंह, नंबरदार बलदेव सिंह, पाला सिंह मंडेर, हरविन्दर सिंह व कई लोग शामिल थे।
मलकीत सिंह ने बताया कि गांव भूरे व हरीगढ़ को जाने वाली सड़क से कोई रास्ता नहीं बनाया गया है। जिस तरह दूसरे जगह पर सड़क में कट रखे गए हैं, लेकिन इन गांवों के लिए सड़क पर कोई कट नहीं रखे गए हैं।
सड़क के काम को दो वर्ष के करीब बीत चुके हैं
सड़क निर्माण के ठेकेदारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सड़क पर चल रहे ढाबे व पैट्रोल पंप वालों से कथित तौर पर रुपये लेकर कट रखे गए हैं। उन्होंने अपनी एक ओर मुश्किल बताई कि चल रहे सड़क के काम को दो वर्ष के करीब बीत चुके हैं,
परंतु तब से ही यहां खेतों को पानी देने वाले नाल को बंद कर दिया है, क्योंकि उसके पाइप भी सही ढंग से नहीं डाले गए हैं, इसलिए वह डेढ़ वर्ष से बंद पड़ी है व खेतों को पानी नहीं जा रहा और मोटरों का ही पानी ही दे रहे हैं।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी दोनों समस्याओं का हल ना किया गया तो वह बच्चों सहित सभी गांव निवासी फिर पक्के धरने पर बैठ जाएंगे।
वहीं, डीएसपी बरनाला राजेश कुमार छिब्बर व थाना धनौला के प्रभारी सरदारा सिंह ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि रास्तों का हल किया जाएगा व पानी वाली नाल में कुछ ओर पाइप डाली जाएंगी। उसके बाद प्रदर्शनकारियों ने रोष धरना उठा लिया।
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