2 घंटे तक बीडीपीओ कार्यालय पर की नारेबाजी
नाथूसरी चोपटा (सच कहूँ न्यूज)। चौपटा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय नाथूसरी चौपटा में मंगलवार को बीडीपीओ को ज्ञापन सौंपने आए ग्रामीणों को कार्यालय में अधिकारी नहीं मिलने पर ग्रामीण भड़क गए। गुस्साए ग्रामीणों ने बीडीपीओ कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और वहीं धरने पर बैठ गए। सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने करीब 2 घंटे तक बीडीपीओ कार्यालय को ताला लगाकर सरकार व प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की। बीडीपीओ कार्यालय पर ताला लगाने की सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार नाथूसरी चौपटा अरविंद यादव ने धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाया और ठोस आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौपकर धरना समाप्त किया व कार्यालय का ताला खोला।
बीडीपीओ कार्यालय पहुंचे बंसीलाल, सुरजीत, महेंद्र रूपावास, ओम, अर्जुन, बलबीर, ओमप्रकाश, रोहतास, कृष्ण कुमार, बिमला, विद्या, सिलोचना, रचना, राजेंद्र कुमार, जयपाल, महाबीर आदि ने बताया कि मंगलवार को वह नाथूसरी चौपटा बीडीपीओ कार्यालय में कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचे तो कोई अधिकारी नहीं मिला।
यह भी पढ़ें: – गुरुग्राम के फाइव स्टार होटल में बम की सूचना पर दौड़ी पुलिस
इन मांगों को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे थे ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में प्राकृतिक आपदा की वजह से खरीफ फसल नरमा, कपास ग्वार बाजरा मुंगफली सहित अन्य सभी फसले खराब हो चुकी जिसकी तुरंत प्रभाव से विषेश गिरदावरी करवा कर उचित मुआवजा व क्लेम दिया जाए। पिछले ढाई सालो से पंचायत भंग के बाद गांवों के विकास की जिम्मेदारी खंड विकास अधिकारी व ग्राम सचिव की लगाई गई जोकि इन अधिकारीयों ने गांव के विकास की ओर कोई ध्यान नही दिया। जिसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए। 2022 का बकाया मुआवजा किसानों को दिया जाएं।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।