सच्चे भगत व बेहतरीन क्रिकेटर थे विजय मर्चेंट

Vijay Merchant

नाम विजय मर्चेंट, पूरा नाम विजय माधवजी मर्चेंट। आजादी के पहले का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज। एकदम सलीके का खेल खेलने वाला। आराम से एक पांव निकालकर ड्राइव करने वाला। लेट कट और प्यारे हुक्स का महारथी। जिसने उसका एक अलग स्टाइल बनाया। दूसरों से एकदम अलहदा। विजय मर्चेंट जिसे अपने वक्त में डॉन ब्रैडमैन और कॉम्पटन जैसे खिलाड़ियों में गिना जाता था। जिनका बर्थडे होता है 12 अक्टूबर को। पढ़िए उनके ये किस्से, जो बताते हैं उनका करियर कितना शानदार रहा है। विजय मर्चेंट मुंबई के क्रिकेटर थे और मुंबई में ही पैदा हुए थे।

भरे-पूरे परिवार के थे और उनके घर वाले व्यापारी थे। उनकी फैक्ट्रियां भी थीं। ये बात जरूर है कि विजय मर्चेंट को खेलने को ज्यादा मैच नहीं मिले। मर्चेंट अपने इंटरनेशनल करियर में बस 10 मैच ही खेल पाए। उसमें भी बस 18 ओवर। पर उनकी डोमैस्टिक क्रिकेट की बैटिंग शानदार है। और उन्होंने जम के डोमैस्टिक क्रिकेट खेला भी। विजय मर्चेंट का नाम विजय ठाकरसे हुआ करता था। एक बार बचपन में उनकी इंग्लिश टीचर ने उनसे उनके नाम और पापा के प्रोफेशन के बारे में पूछा। विजय ने अपना नाम बताया। फिर पापा का प्रोफेशन मर्चेंट बताया। पर टीचर नाम और प्रोफेशन में कंफ्यूज कर गई और विजय का नाम विजय ठाकरसे से विजय मर्चेंट हो गया।

विजय मर्चेंट को पहला इंटरनेशनल खेलने का मौका मिला था इंग्लैंड के खिलाफ। इंग्लैंड की टीम पहली बार इंडिया आई थी सीरिज खेलने के लिए। विजय एक देशभक्त भारतीय थे। उन्होंने पहला टेस्ट खेला, जो कि उद्घाटन मैच था। पर उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक सीरिज में खेलना मना कर दिया था क्योंकि महात्मा गांधी और कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था। चार साल बाद वो इंग्लैंड टूर पर जाने को तब तैयार हुए जब सारे नेशनल लीडर जेल से बाहर आ गए थे। इसलिए उनका टेस्ट डेब्यू 1933 में इंग्लैंड टूर पर हो पाया।

 

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