अनुबंध कर्मचारी भर्ती की होगी विजिलेंस जांच

चंडीगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से महिला एवं बाल विकास विभाग में ठेकेदार के माध्यम से आउटसोर्स के तहत अनुबंध आधार पर अधिकारी, कर्मचारियों की नियुक्ति में गंभीर अनियमितता मिलने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने मामले की विजीलेंस जांच कराने के आदेश दे दिए हैं। इस पर विभाग के निदेशक ने विजीलेंस निदेशक के साथ-साथ उप आयुक्त पुलिस, पंचकूला को भी एफआईआर दर्ज कर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र लिख दिया है, यही नहीं ठेकेदार एजेंसी को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है।

दरअसल, महिला एवं बाल विकास विभाग में आईसीडीएस, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, बस स्टॉप सेंटर, राष्ट्रीय पोषण मिशन, राज्य महिला संसाधन केन्द्र आदि की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और स्टाफ की किल्लत को दूर करने के मकसद से ठेकेदार एजेंसी के माध्यम से अधिकारी, कर्मचारियों को आउटसोर्स द्वारा पर नियुक्त किया गया था। चंद रोज पहले ही कुछ आवेदकों ने महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन से मुलाकात करते हुए ठेकेदार एजेंसी पर आरोप लगाए तथा इस संबंध में शिकायतपत्र सबूत के साथ पेश किए।

  • आवेदकों ने ठेकेदार एजेंसी पर भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, पक्षपात, गलत आचरण एवं नियमों से खिलवाड़ के आरोप लगाते हुए अपनी बात रखी।

  • मामले की गंभीरता को देखते हुए मंत्री कविता जैन ने विभाग के निदेशक कैप्टन मनोज को तुरंत प्रभाव से इस मामले की विजीलेंस जांच कराने के निर्देश दिए,

  • ताकि सच्चाई सामने आ सके और गंभीर अनियमितता के दोषियों को सजा मिल सके।

विभाग द्वारा इस मामले की निजी स्तर पर जांच-पड़ताल की जा रही है, जिसमें प्रारंभिक तौर पर मिली खामियों के आधार पर ठेकेदार एजेंसी के खिलाफ विजीलेंस निदेशक को एफआईआर दर्ज कर जांच करने तथा उप आयुक्त पुलिस पंचकूला को भी एफआईआर दर्ज कर आगामी कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा। वहीं ठेकेदार एजेंसी को भी पूरे मामले के संदर्भ में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में विभागीय कमेटी अतिरिक्त निदेशक प्रशासन सरिता मलिक की अगुवाई में तीन सदस्यीय कमेटी भी जांच में जुट गई है।

 

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करे।