हरियाणा बनने के बाद भिवानी विस सीट पर बंसीलाल का रहा दबदबा

Vidhan Sabha Election

3 लाख 39 हजार 920 मतदाता वाली भिवानी विधानसभा सीट से पिछले दो विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Election) को छोड़ दे तो चौ. बंसीलाल या उनके समर्थकों का इस सीट पर कब्जा रहा है। 2014 में भाजपा के घनश्याम सर्राफ अपने प्रतिद्वंदी इनेलो उम्मीदवार को 28 हजार से अधिक मतों से हराकर विधायक बने। इससे पूर्व 2009 में भी भाजपा के घनश्याम सर्राफ ने यह सीट जीती थी। बात अगर विधानसभा चुनाव-2019 को करें तो इस बार भाजपा से जहां 7 दावेदार मैदान में हैं वहीं कांग्रेस से 5 और जेजेपी से 3 दावेदारों ने ताल ठोकी हुई है।

सच कहूँ/इंद्रवेश/भिवानी।

भिवानी विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 39 हजार 920 मतदाता है, इनमें एक लाख 80 हजार 907 पुरूष मतदाता व एक लाख 59 हजार 13 महिला मतदाता शामिल हैं। इन मतदाताओं को आने वाले 2019 के विधानसभा चुनाव में अपने मत डालने का अवसर मिलेगा। भिवानी विधानसभा के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो यहां से 2014 में भाजपा के घनश्याम सर्राफ अपने प्रतिद्वंदी इनेलो उम्मीदवार को 28 हजार से अधिक मतों से हराकर विधायक बने। इससे पूर्व 2009 में भी भाजपा के घनश्याम सर्राफ ने यह सीट जीती थी।

  • 2005 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के डॉ. शिव शंकर भारद्वाज यहां से विधायक बने।
  • वही 2000 के चुनाव में चौ. बंसीलाल हरियाणा विकास पार्टी से विधायक बने।
  • 1996 व 1991 में हरियाणा विकास पार्टी से रामभजन अग्रवाल यहां से विधायक बने।
  • भिवानी विधानसभा सीट से पिछले दो विधानसभा चुनाव को छोड़ दे
  • चौ.बंसीलाल या उनके समर्थकों ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाए रखा है।

पिछले 10 सालों से सीट रहा भाजपा का कब्जा | Vidhan Sabha Election

पिछले 10 सालों से यह सीट भाजपा के कब्जो में है। भिवानी विधानसभा सीट पर पिछले रिकॉर्ड के अनुसार देखे तो अग्रवाल समुदाय का व्यक्ति विधायक बनता रहा हंै। वर्तमान में भाजपा के बेहतर कार्यकाल को देखते हुए इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा फिर से बढ़त बनाए दिख रही है, क्योंकि लोकसभा चुनाव में इस विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार को 68 हजार के लगभग मतों की बढ़त यहां से मिली।

2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो भिवानी विधानसभा सीट से लगभग 68 हजार वोटों से भाजपा के धर्मबीर सिंह ने इस विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी। भिवानी विधानसभा सीट मुख्य तौर पर शहरी सीट कहलाती है। 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो भिवानी विधानसभा सीट से लगभग 68 हजार वोटों से भाजपा के धर्मबीर सिंह ने इस विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी।

पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता भिवानी से तीन बार विधायक बने

  • भिवानी शहर के 31 वार्ड व शहर के साथ लगते 30 गांव व 6 ढ़ाणियां भिवानी विधानसभा के तहत आते हैं।
  • यहां के लोगों को भिवानी विधानसभा के लिए अपना मत डालना होता है।
  • शहरी सीट होने के कारण भिवानी शहर का झुकाव जिस पार्टी की तरफ होता है,
  • उसी पार्टी के उम्मीवार के जीतने की संभावनाएं यहां से ज्यादा होती हैं।

भिवानी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता हरियाणा बनने के बाद तीन बार 1968, 1972 व 1987 में विधायक बने। भिवानी विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक 47 प्रत्याशी1991 के विधानसभा चुनाव में थे। सबसे कम 5 उम्मीदवार 1957 के विधानसभा में चुनाव में थे। सबसे कम 5 उम्मीदवार 1957 के विधानसभा में चुनाव में थे। भिवानी विधानसभ से सबसे अधिक मतदान 1987 में 74.37 प्रतिशत हुआ था। वही सबसे कम मतदान 1968 में 55.61 प्रतिशत हुआ।
भिवानी विधानसभा क्षेत्र से

संभावित उम्मीदवारों की सूची | Vidhan Sabha Election

भाजपा दावेदार

  • घनश्याम सर्राफ
  • रणसिंह यादव
  • दर्शना गुप्ता
  • सुनील शर्मा डूडीवाल
  • शशी परमार
  • विक्रम सिंह
  • डॉ. शिव शंकर भारद्वाज

जेजेपी दावेदार

  • मदन जूसवाला
  • बाली शर्मा
  • जितेंद्र शर्मा

इनेलो दावेदार

  • बलदेव घणघस
  • कुलवंत कोंटिया
  • इंदु परमार

कांग्रेस दावेदार

  • नीलम अग्रवाल
  • परमजीत
  • मामनचंद एमसी
  • अमर सिंह
  • अभिजीत लाल सिंह

लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी

  • मदन जूसवाला
  • बाली शर्मा
  • जितेंद्र शर्मा

 

 

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