बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ने लिया संज्ञान
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अधिकारियों को मामले की जांच कर कार्रवाई के दिए आदेश
सच कहूँ/अनिल कक्कड़ चंडीगढ़। हरियाणा के विद्युत तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री चौ. रणजीत सिंह सोशल मीडिया पर प्राप्त हो रही शिकायतों के समाधान में भी जुटे हैं। ताजा मामले में एक व्हाट्सएप ग्रुप में दादरी से रिश्वत लेते हुए बिजली विभाग के एक जेई की वीडियो उनके सामने आई। इस पर बिजली मंत्री ने संज्ञान लेते हुए दादरी के एक्सईएन को जांच कर उचित कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर दिए। बता दें कि हाल ही में दादरी जिले के ही बलाली गांव में एक किसान की बिजली के लटकते तार छूने से हुई मौत पर ऊर्जा मंत्री ने संज्ञान लेते हुए विभाग के अधिकारियों पर मामला दर्ज करने के निर्देश जारी किए थे। एक अन्य मामले में कैथल जिले के एक गांव में विभाग के ही एक कच्चे कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई थी, जिस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए बिजली मंत्री ने विभाग के चार अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश जारी किए थे और साथ ही दो को निलंबित भी किया गया था। वहीं मृतक कच्चे कर्मचारी की विधवा को बच्चों के लालन-पालन के लिए विभाग की और से दस लाख रुपए की सहायता भी उपलब्ध करवाई थी।
दुष्यंत के हल्के पर भी फोकस
हाल ही में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला के हलके उचाना के बधाना गांव के ग्रामीणों ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि पिछले 20 साल से गली के बीचों-बीच 24 खंबे खड़े हैं, जिस पर बाद में हरियाणा मार्केटिंग बोर्ड द्वारा पक्की सड़क भी बना दी गई। ग्रामीणों ने लिखा कि खंबे सड़क के बीच में होने से आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में भी ऊर्जा मंत्री ने जींद के संबंधित सुपरिटेंडेंट इंजीनियर को निर्देश जारी कर मात्र 24 घंटे में बिजली के 24 खंभों को हटवाने का काम किया था। वहीं मुख्यमंत्री के करनाल जिले के झींडा गांव के किसान सूरत सिंह के पांच पशुओं की बिजली का तार टूटने से करंट लगकर मौत हो गई थी। सोशल मीडिया पर इसकी खबर आते ही रणजीत सिंह ने अधिकारियों को मामले की जांच करके किसान को उचित मुआवजा देने के निर्देश जारी किए थे।
टविटर पर सक्रिय बिजली मंत्री
बिजली मंत्री चौ. रणजीत सिंह ट्विटर पर भी काफी सक्रिय हैं। ट्विटर पर आमजन से जो शिकायतें ऊर्जा मंत्री को मिलती हैं, उनके समाधान के लिए अलग से एक विंग का भी गठन किया गया है और विभाग की तरफ से एक नोडल अधिकारी भी इन शिकायतों के समाधान के लिए नियुक्त किया गया है।
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