Haryana Weather: हिसार, सच कहूँ/संदीप सिंहमार। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हरियाणा के कई जिलों में 40 से 50 किलोमीटर की गति से आंधी के साथ बारिश हुई। नारनौल में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इसके अलावा गुरुग्राम, सोनीपत, झज्जर, करनाल, जींद, भिवानी, कैथल, चरखी दादरी के बाढड़ा, सरसा के डबवाली और फतेहाबाद के रतिया के अलावा भूना में तेज बारिश हुई। वहीं कुरुक्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी रही। इस दौरान सोनीपत और चरखी दादरी के बाढड़ा में बारिश के कारण अनाज मंडी में गेहूं भीग गया।
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इस बदले मौसम के कारण भारत के मैदानी इलाकों में दो डिग्री तक तापमान में गिरावट आई है। लेकिन पिछले एक सप्ताह से सर्वाधिक गर्म रहने वाला बाड़मेर वीरवार को भी देश भर में सबसे गर्म रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विभाग की के अनुसार बुधवार को हरियाणा प्रदेश में सर्वाधिक तापमान हिसार में 42.9 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं बुधवार को हरियाणा के अधिकतम तापमान में 0.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
मौसम विभाग के चंडीगढ़ मौसम विज्ञान केंद्र ने हरियाणा में शुक्रवार के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया। जिसके तहत नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, भद्रा, लोहारू, चरखी दादरी, भिवानी, तोशाम, बावल, रेवाड़ी, बवानीखेड़ा में बादल छाए रहने, गर्जना, आकाशीय बिजली, तेज हवाएं व 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं व ओलावृष्टि की संभावना है। इससे पहले मौसम विभाग ने हरियाणा के लिए रात को दो बार विभिन्न जिलों के लिए आंधी और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया। कुछ क्षेत्र में आंधी और बूंदाबांदी भी हुई। वीरवार को बादल छाए रहने के साथ-साथ कुछ एरिया में बूंदाबांदी होने की संभावना जताई गई है। अचानक बदले मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। गेहूं की कटाई और कढ़ाई का काम तेजी पर है। ऐसे में अंधड़ और बारिश दोनों से ही फसल में नुकसान हो सकता है।
उत्तर-पश्चिमी हवाओं से मिलेगी गर्मी से राहत | Haryana Weather
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खिचड़ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पूर्वी हवाएं चलने से तापमान में लगातार वृद्धि हो रही थी। सामान्यत: जो तापमान 10-15 अप्रैल के बीच होता है, वह इस बार पहले ही पहुंच गया। सूर्य की सीधी किरणों और बादलों की अनुपस्थिति से तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उन्होंने बताया कि 9 अप्रैल की रात से एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, जिसके प्रभाव से उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलेंगी और तापमान में 3-4 डिग्री की गिरावट आएगी। हालांकि, 14 अप्रैल के बाद फिर से तापमान बढ़ने की संभावना है।